Jabalpur. सेना भर्ती के लिए अग्निपथ योजना के तहत जबलपुर में पहली बार गुरूवार से भर्ती प्रक्रिया की शुरूआत हुई। जिसमें 14 जिलों के हजारों युवा हिस्सा लेने पहुंच रहे हैं। भर्ती का यह सिलसिला 10 दिनों तक चलना है जिसमें तकरीबन 70 हजार प्रतिभागियों ने रजिस्ट्रेशन कराया है। युवाओं की भारी संख्या को देखते हुए प्रशासन ने भी व्यापक इंतजाम कर रखे हैं। भर्ती स्थल के पास पंडाल बनाए गए हैं, बस स्टैंड और रेलवे स्टेशन तक पहुंचने के लिए अतिरिक्त बसों का संचालन किया जाएगा। वहीं आवेदकों के दस्तावेजों की फीडिंग के लिए क्लर्क स्टाफ और चिकित्सा सुविधा के लिए मौके पर एंबुलेंस को भी तैनात किया गया है।
मध्यप्रदेश की बात की जाए तो अग्निवीर योजना के तहत यह दूसरी भर्ती है, इससे पहले धार जिले में इसका आयोजन हो चुका है। मुख्यालय भर्ती क्षेत्र मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के अंतर्गत जबलपुर कार्यालय की इस भर्ती रैली के पहले दिन जबलपुर और मण्डला जिले के युवा भाग ले रहे हैं। आगामी दिनों में भी जिलेवार युवाओं का पहुंचना जारी रहेगा। बता दें कि अग्निवीर योजना के तहत भर्ती प्रक्रिया में तड़के 3 बजे से दौड़ की शुरूआत हुई जो सुबह 8 बजे तक चली। इससे पहले देर रात ही आवेदकों के दस्तावेजों का परीक्षण किया गया। बारिश के मौसम को देखते हुए सेना के अधिकारियों ने बारिश के बाद दौड़ रखने के लिए समय रिजर्व कर रखा था। यदि आगामी दिनों में भी बारिश बाधा बनेगी तो उस दिन की दौड़ को अंतिम दिन शिफ्ट करने का भी विकल्प रहेगा।
रेल प्रशासन भी अलर्ट पर
अग्निवीरों की भर्ती के मद्देनजर रेलवे स्टेशन के साथ ही मदन महल रेलवे स्टेशन पर आरपीएफ और जीआरपी की गश्त बढ़ाई गई है। स्टेशन पर भर्ती के बारे में जानकारी भी एनाउंसमेंट के जरिए दी जा रही है। पोस्ट प्रभारी मोहम्मद इरफान मंसूरी ने बताया कि भर्ती प्रक्रिया में बड़ी तादाद में उम्मीदवारों को देखकर स्टेशन पर सभी आवश्यक सुरक्षा इंतजाम किए जा रहे हैं। जैक रेजीमेंटल के पास मैदान के आसपास से लेकर रेलवे स्टेशन, आईएसबीटी, मदन महल स्टेशन के आसपास सख्त सुरक्षा रहेगी। एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा ने पुलिस अधिकारियों समेत रेलवे के सुरक्षा अधिकारियों और जेसीटीएसएल के सीईओ और आरटीओ की बैठक ली है। जिला कलेक्टर डॉ इलैया राजा टी ने बताया कि अग्निवीर भर्ती रैली के लिए व्यापक इंतजाम किए गए हैं। प्रयास रहेगा कि युवाओं को किसी तरह की परेशानी नहीं हो। रैली में इंतजामों पर निगरानी के लिए अधिकारियों की तैनाती भी गई है।