भोपाल. मध्यप्रदेश में एक ओर बेरोजगारी बढ़ रही है, वहीं दूसरी ओर कई सरकारी विभाग ऐसे हैं जहां सालों से भर्ती (recruitment) नहीं हुई हैं। मध्यप्रदेश के नापतौल विभाग (measurement department of mp) में साल 2003 से यानि 19 सालों से नियुक्तियां नहीं हुई हैं। मध्यप्रदेश के नापतौल विभाग में 530 में से 202 पद खाली हैं, लेकिन अब तक नापतौल विभाग में नियुक्तियों को लेकर कोई कदम नहीं उठाए जा रहे हैं। नापतौल विभागीय समिति के तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ ने सीएम शिवराज (cm shivraj), मुख्य सचिव, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री बिसाहूलाल सिंह (minister bisahulal singh) और खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग के नियंत्रक को पत्र सौंपकर खाली पदों पर भर्ती की मांग की है। कर्मचारियों का कहना है विभाग में रिक्त पदों पर भर्ती नहीं होने से काम पर असर पड़ता है और कर्मचारियों को अतिरिक्त काम करना पड़ता है।
530 की जगह सिर्फ 328 कर्मचारी: नापतौल विभाग में 530 कर्मचारी होने चाहिए, लेकिन फिलहाल सिर्फ 328 कर्मचारियों के भरोसे काम हो रहा है। उप नियंत्रक, सहायक नियंत्रक, निरीक्षक, सहायक ग्रेड-1 से लेकर सहायक ग्रेड-3 और चौथी श्रेणी के कर्मचारियों के पद भी खाली हैं। चौथी श्रेणी के कर्मचारियों के 103 से ज्यादा पद खाली हैं। मुख्यालय में भी चौथी श्रेणी के सिर्फ तीन कर्मचारी पदस्थ है। हालात ये हैं कि कई कर्मचारियों को अतिरिक्त काम करना पड़ रहा है।
5 प्रतिशत विभागीय नियुक्तियां भी नहीं: मध्यप्रदेश सरकार के आदेश के मुताबिक विभाग अपने स्तर पर पांच प्रतिशत कर्मचारियों की नियुक्ति कर सकता है। लेकिन इस मामले में भी विभाग कोई कदम नहीं उठा रहा है। पद खाली पड़े हुए हैं। नापतौल विभागीय समिति के कर्मचारियों की मांग है कि विभागीय नियुक्तियों के साथ ही अन्य पदों को भी भरा जाए, जिससे उपभोक्ताओं के हित के लिए बनाए गए नापतौल विभाग में सुचारू रूप से काम हो सके। अब देखने वाली बात होगी कि नापतौल विभाग में 19 सालों से नियुक्तियों का ये इंतजार आखिर कब खत्म होता है।