BHOPAL. राजधानी में 7 साल बाद शहर की प्रथम नागरिक के रूप में एक बार फिर महिला महापौर (Mayor) मालती राय (Malti Rai) ने औपचारिक रूप से शपथ लेकर नगर सरकार के मुखिया की जिम्मेदारी संभाल ली है। राजधानीवासियों को उनसे बड़ी उम्मीदें हैं। करीब 24 लाख की आबादी वाले शहर के बाशिंदों ने महापौर के रूप मालती राय को अपना कीमती वोट देकर इस उम्मीद से नगर सरकार (Municipal Government) की कुर्सी सौंपी है कि वे शहर को साफ-सफाई, बदहाल सड़कों, अतिक्रमण और ट्रैफिक से जुड़ी बुनियादी समस्याओं से निजात दिलाकर भोपाल को नागरिक सुविधाओं के लिहाज से और बेहतर बनाएंगी। एक जिम्मेदार मीडिया हाउस के रूप में द सूत्र ने शहर के प्रबुद्ध नागरिकों से भोपाल की दस प्रमुख समस्याएं जानी जिनका वे नई महापौर से समाधान चाहते हैं।
भोपाल की समस्याएं
1- सभी तालाबों में प्रदूषण और अतिक्रमण
2- जगह-जगह अतिक्रमण
3- बदहाल बीआरटीएस कॉरिडोर और ट्रैफिक
4- प्रॉपर्टी टैक्स की ऊंची दर
5- पेयजल की समस्या
6- बारिश में जलभराव
7- शहर में डेयरी और आरा मशीनें
8- बदहाल सड़कों पर गड्ढे
9- अपर्याप्त पार्किंग और हॉकर्स कॉर्नर
10- नगर निगम में भ्रष्टाचार
भोपाल के इन प्रबुद्ध नागरिकों ने उठाई द सूत्र पर शहर की आवाज-
बंद हो विकास के नाम पर शहर को उजाड़ना
प्रकृति ने भोपाल शहर को नायाब खूबसूरती से नवाजा है। लेकिन विकास की अंधी दौड़ ने भोपाल के तालाबों और हरियाली को खासा नुकसान पहुंचाया है। शहर को सुंदर और व्यवस्थित बनाए रखने के लिए बेहतर प्लानिंग की जरूरत है। विकास के नाम पर शहर को उजाड़ना बंद किया जाना चाहिए। लिहाजा नई महापौर को शहर के सभी तालाबों के संरक्षण और संवर्धन पर विशेष ध्यान देना चाहिए। साथ ही शहर में ग्रीनरी को भी बढ़ाना होगा क्योंकि लगातार बढ़ते ट्रैफिक और वाहनों की वजह से कई इलाकों में सांस लेना मुश्किल हो गया है।
- पद्मश्री विजयदत्त श्रीधर-वरिष्ठ पत्रकार, - डॉ.सुभाष सी पांडेय- पर्यावरणविद
नागरिक सेवाओं के लिए नगर निगम में भ्रष्टाचार पर लगे लगाम
नागरिक सुविधाओं के नाम पर तरह-तरह के टैक्स और इनती ऊंची दरों के साथ आम आदमी सबसे ज्यादा भ्रष्टाचार से परेशान है। बिल्डिंग परमीशन लेने के लिए घूस देनी पड़ती है। नई महापौर को ऐसी रिश्वतखोरी पर रोक लगानी चाहिए। जनता से टैक्स की वसूली भी सुविधाओं और उपयोग के आधार पर की जानी चाहिए।
- वीना घाणेकर, रिटायर्ड आईएएस
सुविधा के बजाय मुसीबत बना बीआरटीएस खत्म किया जाए
शहर में बीआरटीएस कॉरिडोर सुविधा की बजाए समस्या बन गया है। बैरागढ़ और होशंगाबाद रोड पर ट्रैफिक जाम की सबसे बड़ी वजह बीआरटीएस कॉरिडोर है। इस कॉरिडोर को पूरी तरह हटा दिया जाना चाहिए। वैसे भी मेट्रो और फ्लाईओवर के निर्माण की वजह से अब कई जगहों पर डेडीकेटेड लेन खत्म हो जाएगी। साथ ही शहर में जगह-अतिक्रमण कर लगाई गई गुमटियां शहर की खूबसूरती पर बदनुमा दाग की तरह हो गईं है। लिहाजा हॉकर्स कॉर्नर बनाकर शहर को गुमठियों से निजात दिलाई जाना चाहिए।
- उमाशंकर तिवारी, सामाजिक कार्यकर्ता
खत्म हो नर्मदा जल के बल्क कनेक्शन की अनिवार्यता
राजधानी में नर्मदा जल के कनेक्शन के लिए लोगों को परेशान होना पड़ता है। कॉलोनियों में नगर निगम बल्क कनेक्शन लेने पर ही सप्लाई देता है। ऐसे में एक बड़ी आबादी को इस योजना पर भारी भरकम खर्च के बाद भी पानी नहीं मिल पा रहा है । नगर निगम चुनाव के दौरान मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने इस समस्या के समाधान का वादा किया था। साथ ही टैक्स में छूट का भी वादा किया गया था। लिहाजा नगर सरकार की नई मुखिया को ये सभी वादे यथाशीघ्र पूरे करना चाहिए।
- विभा पटेल, पूर्व महापौर