KHANDWA. अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने और प्राकृतिक आपदा ने खंडवा के भी कई परिवारों को चिंता में डाल दिया है। खंडवा जिले से यात्रा पर गए लोगों के परिजनों की धड़कनें बढ़ा दी थी। दरअसल खंडवा जिले के सिहाड़ा से भी श्रद्धालु अमरनाथ दर्शन करने के लिए गए हैं। इस प्राकृतिक आपदा की खबर सुनते ही परिजन ने जब बात की तो सभी के शेषनाग में फंसे होने की सूचना मिली। हालांकि राहत की बात ये है कि सभी सकुशल हैं और अब परिजन कामना कर रहे हैं कि सभी दर्शन कर सकुशल लौट आएं।
मध्यप्रदेश के यात्रियों के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी
अमरनाथ यात्रा में फंसे मध्यप्रदेश के यात्रियों के लिए सीएम शिवराज के निर्देश पर हेल्पलाइन नंबर जारी किया है। मध्यप्रदेश के गृह विभाग ने 45 अमरनाथ यात्रियों से दूरभाष पर चर्चा की गई और उन्हें सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए अतिरिक्त मुख्य सचिव, गृह कश्मीर RK गुप्ता, DGP कश्मीर, DIG अनंतनाग अब्दुल जब्बार, DM अनंतनाग पीयूष शुक्ला की सहायता ली गई। DIG अनंतनाग ने बताया कि अमरनाथ यात्रा के समस्त यात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर ठहराया गया है।
5 जुलाई को बाबा अमरनाथ के दर्शन के लिए निकले थे सिहाड़ा के श्रद्धालु
पवित्र गुफा में बाबा अमरनाथ के दर्शन के लिए खंडवा जिले के श्रद्धालु भी 5 जुलाई से गए हैं। शुक्रवार शाम पवित्र गुफा के पास बादल फटने की घटना के बाद यात्रा को रोक दिया गया। इस कारण खंडवा के सिहाड़ा के 12 श्रद्धालुओं का जत्था यात्रा के पहले पड़ाव शेषनाग में ही फंस गया। बादल फटने की घटना के बाद सेना ने यात्रियों को सुरक्षित जगह पर बने टेंट में पहुंचाया। जहां पर श्रद्धालुओं को भोजन और आवास की सुविधा उपलब्ध कराई गई। अब तक मिली जानकारी के अनुसार शेषनाग में खंडवा के सिहाड़ा के गोविंद मालाकार, सचिन मालाकार, कपिल श्रीमाली, हेमंत चौहान, कपिल मालाकार, गणेश मालाकार, रूपेश लाड़, दर्शन चौहान, अरविंद लाड़ और रमेश चौहान सुरक्षित हैं।
बादल फटने की सूचना मिलने पर चिंतित हो गए थे परिजन
जत्थे के श्रद्धालुओं के परिजन का कहना है कि जब उन्हें अमरनाथ में बादल फटने की सूचना मिली तो वे चिंतित हो गए। इसके बाद उन्होंने उनसे फोन पर संपर्क किया। सभी शेषनाग में सकुशल रुके हुए हैं। इनके साथ करीब 500 लोग जत्थे में शामिल हैं। 10 जुलाई को बाबा के दर्शन के बाद 13 जुलाई को उनकी वापसी थी।
मृतकों और घायलों में मध्यप्रदेश का कोई यात्री नहीं, इंदौर के 3 गुमशुदा
कोऑर्डिनेशन ऑफिसर हसीब पीर (IAS 2018) ने बताया कि 15 घोषित मृतकों (declared dead) और 30 घायलों में मध्यप्रदेश का कोई यात्री नहीं है। 29 यात्री गुमशुदा हैं जिनमें इंदौर के 3 यात्री शामिल हैं। उनके यात्रा के किसी पड़ाव पर होने की संभावना है। जिला प्रशासन अनंतनाग यात्रा के विभिन्न ठहरने के स्थानों पर उनको ढूंढने के कार्य में लगा है। सीएम शिवराज के निर्देश पर मध्यप्रदेश के गृह विभाग ने कश्मीर सरकार के उच्च अधिकारियों और अनंतनाग और पठानकोट के जिला प्रशासन से प्रदेश के अमरनाथ यात्रियों के सुरक्षित होने की स्थिति पर संवाद और सम्पर्क स्थापित किया गया है। अभी की स्थिति में मध्यप्रदेश के समस्त अमरनाथ यात्रा पर गए यात्री कश्मीर सरकार से मिली जानकारी के मुताबिक सुरक्षित जगहों पर हैं।