Ujjain. उज्जैन में महाकाल के दरबार में भक्तों के लिए नई व्यवस्था लागू की जा रही है। गुरुवार से भक्तों को भस्मारती के बाद प्रसाद के रूप में नाश्ता दिया जाएगा। नाश्ते में भक्तों को चाय, पोहा और खिचड़ी मिलेगी। मंदिर समिति गुरुवार से ये व्यवस्था लागू करेगी। नाश्ते के टोकन के लिए 4 काउंटर बनाए जा रहे हैं। हर दिन अलग-अलग मेन्यू रहेगा। बाबा महाकाल के दरबार में सुबह-सुबह भस्म आरती होती है जिसमें शामिल होने के लिए श्रद्धालु एक दिन पहले ही देर रात मंदिर में पहुंच जाते हैं। भस्म आरती सुबह 6 बजे तक होती है। इसलिए मंदिर समिति भक्तों के लिए नाश्ते की व्यवस्था करने जा रही है।
सुबह 6 से 8 बजे तक मिलेगा नाश्ता
महाकाल मंदिर समिति के प्रशासक गणेश कुमार धाकड़ का कहना है कि श्रद्धालु देर रात से मंदिर में आ जाते हैं। वे सुबह तक मंदिर में भूखे-प्यासे बैठे रहते हैं। इसलिए गुरुवार से रोज सुबह 6 बजे से 8 बजे तक श्रद्धालुओं को चाय-नाश्ता बांटा जाएगा। रोज करीब 2 हजार श्रद्धालुओं को चाय-नाश्ता मिलेगा। हर दिन अलग-अलग मेन्यू रहेगा। चाय, पोहा और खिचड़ी समेत अन्य चीजें नाश्ते में शामिल रहेंगी। नाश्ते की व्यवस्था दानदाता के सहयोग से चलेगी।
नाश्ते के लिए 4 काउंटर से मिलेंगे टोकन
महाकाल मंदिर में करीब 2 हजार भक्तों के लिए नाश्ता बनेगा। इसके लिए महाकाल मंदिर समिति टोकन वितरित करेगी। मंदिर परिसर में इसके लिए 4 काउंटर बनाए जा रहे हैं। दो काउंटर अन्न क्षेत्र में और दो काउंटर महाकाल परिसर में बनाए जाएंगे। भस्म आरती होने के बाद श्रद्धालु टोकन लेकर अन्न क्षेत्र में जा सकते हैं। श्रद्धालुओं को नाश्ता देने का प्रस्ताव 2019 में भी आया था। कोरोना काल की वजह से महाकाल मंदिर बंद हो गया था। इसके बाद नाश्ते की व्यवस्था शुरू करने की कवायद हो रही थी। अब गुरुवार से महाकाल मंदिर में नाश्ते की व्यवस्था लागू हो जाएगी।