Bhopal. मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और बीजेपी नेताओं में वार-पलटवार नए स्तर पर पहुंच गया है। सोशल मीडिया पर कांग्रेस नेता ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान समेत पांच नेताओं का एक वीडियो पोस्ट किया। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी के नेता राम नाम जपने के बजाय सिर्फ दिग्विजय नाम जपते रहते हैं। इस पर चिकित्सा शिक्षा मंत्री और विधायक रामेश्वर शर्मा ने भी पलटवार किया है। मध्य प्रदेश कांग्रेस में इन दिनों जमीनी स्तर पर पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह से ज्यादा सक्रिय कोई नेता नजर नहीं आता। दिग्विजय जितने जमीन पर सक्रिय हैं, उतने ही सोशल मीडिया पर भी। उनकी एक्टिविटी पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से लेकर बीजेपी के हर नेता की नजर रहती है।
मप्र में भाजपा के नेता राम नाम जपने के बजाय “दिग्विजय” नाम जपते हैं!!
फिर यह भी कहते हैं कि “दिग्विजय” का नाम लेने के बाद नहाना पड़ता है!!
जो “सम्मान” मुझे भाजपा नेताओं से मिलता है मैं उनका आभारी हूँ।
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— digvijaya singh (@digvijaya_28) April 30, 2022
दिग्विजय खुद की तुलना राम से ना करें
पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने एक ट्ववीट किया है। इस ट्वीट के माध्यम से उन्होनें कहा कि मध्यप्रदेश में बीजेपी के नेता राम नाम जपने के बजाय “दिग्विजय” नाम जपते हैं! फिर यह भी कहते हैं कि “दिग्विजय” का नाम लेने के बाद नहाना पड़ता है! जो “सम्मान” मुझे बीजेपी नेताओं से मिलता है, मैं उनका आभारी हूं। दिग्विजय सिंह के पोस्ट पर मंत्री सारंग का बयान सामने आया। मंत्री सारंग ने कहा कि दिग्विजय खुद की तुलना राम से ना करें। यह केवल अपनी फ्रस्ट्रेशन निकलने वाली बात है। तुलसीदास ने कहा है कुछ अच्छा काम करना है तो विघ्नसंतोषियों का नाम लें।
रामायण में रावण का नाम 113 बार लिया गया है, इसका यह मतलब नहीं कि रावण पूजनीय हो गया। अगर आप मुगालते में है कि आपका नाम बार-बार लिया जा रहा है तो याद रखिए रावण तो राक्षस ही था।
और सनातन धर्म में हर दुष्ट का अंत निश्चिततौर पर हुआ है। https://t.co/Lm5woHTmgs
— Vishvas Kailash Sarang (@VishvasSarang) April 30, 2022
राम के नाम से जिंदगी सुधर जाती
एक दिन पहले नेता प्रतिपक्ष डॉ.गोविंद सिंह ने बयान दिया कि रामायण पाठ से उनको दिक्कत होती है। इस पर बयान देते हुए मंत्री सारंग ने कहा कि कांग्रेस के दिवालियापन का बयान है। कांग्रेस राम के अस्तित्व पर प्रश्न लगाती है। कांग्रेस के नेता रामलीला पर भी प्रश्न लगाएंगे। एक एजेंडे के तहत नेता प्रतिपक्ष बनाया है हिंदू विरोधी मानसिकता है। रामायण से नींद डिस्टर्ब नहीं होती है, जिंदगी सुधर जाती है। विधायक रामेश्वर शर्मा ने कहा कि श्रीराम के गुणगान में राम विरोधी का नाम न आए ऐसा संभव नहीं। श्री रामनवमी मनाने की चिट्ठी लिखने पर कमलनाथ जी को नेता प्रतिपक्ष का पद गंवाना पड़ गया हो, वो पार्टी श्रीराम में कितना भरोसा करती है, हम जानते हैं। हम राम नाम के सहारे थे, है और रहेंगे। जय श्रीराम।
श्रीराम के गुणगान में राम विरोधी का नाम न आए ऐसा सम्भव नही.
श्रीराम नवमी मनाने की चिट्टी लिखने पर कमलनाथ जी को "नेता प्रतिपक्ष" का पद गँवाना पड़ गया हो, वो पार्टी श्रीराम में कितना भरोसा करती है हम जानते है.
हम राम नाम के सहारे थे, है, और रहेंगे…
जय श्रीराम????@digvijaya_28 https://t.co/bH378Ir7La
— Rameshwar Sharma (@rameshwar4111) April 30, 2022