Bhopal. सीहोर के कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा (Pt. Pradeep Mishra) कथा के दौरान राजनीति से जुड़े बयानों को लेकर चर्चा में हैं। उनके एक बयान पर अब मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह (Congress Leader Digvijay Singh) ने हमला बोला। दिग्विजय सिंह ने प्रदीप मिश्रा 11 महीने पुराना VIDEO अपने ट्विटर अकाउंट पर शेयर किया। इस VIDEO में पं. मिश्रा कह रहे हैं- मोदी हैं, तो हिंदू है। वो नहीं होगा, तो रोओगे। ले-देकर लोग मोदी के पीछे पड़े रहते हैं।
दिग्विजय सिंह ने उठाए सवाल
आप कह रहे हैं कि “मोदी है तो हिंदू है”। क्या हिंदुओं का अस्तित्व मोदी जी के जन्म लेने के बाद हुआ है?
2/n@INCMP @RSSorg @VHPDigital
— digvijaya singh (@digvijaya_28) May 25, 2022
सनातन धर्म जिसे अब हिंदू धर्म भी कहा जाता है हज़ारों साल पुराना है। अनंत है।
आपके यह वचन हमारे सनातन धर्म उसकी मान्यता परंपरा संस्कार व संस्कृति के विरुद्ध है। आप धार्मिक कथा कह रहे हैं या मोदी जी का प्रचार कर रहे हैं?
3/n@INCMP @RSSorg @VHPDigital
— digvijaya singh (@digvijaya_28) May 25, 2022
दिग्विजय पर नरोत्तम मिश्रा का हमला
गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा- यह दिग्विजय सिंह वही हैं, जो जाकिर नायक को शांतिदूत कहते हैं। कांग्रेस नेता आचार्य कृष्णन ने दिग्विजय सिंह को संत की उपाधि दी थी। तब दिग्विजय सिंह नहीं बोले थे। तब मुस्कुराकर रह गए थे। हिंदू साधु-संतों को अपमानित करने का कोई अवसर अगर दिग्विजय सिंह ने छोड़ा हो तो बताएं। मोदी रामजन्मभूमि का शिलान्यास कर रहे थे, उसकी तारीख पर सवाल उठा दिए थे। ज्योतिषी बन गए थे। दिग्विजय अद्भुत आदमी हैं। मोदी हिंदू हृदय सम्राट हैं। कोई संत उनकी तारीफ करता है तो दिग्विजय सिंह को पीड़ा हो जाती है। यही दिग्विजय सिंहजी की पीड़ा है, पूरी कांग्रेस घर बैठा दी। 10 साल में एक नेता प्रतिपक्ष कांग्रेस नहीं चुन पाई। इसलिए तो उन्हें कांग्रेस जोड़ो अभियान पर निकाला है।
जाकिर नाइक को शांति दूत कहने वाले @digvijaya_28 जी साधु-संतों के अपमान का कोई भी अवसर नहीं छोड़ते हैं।
प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी हिंदू हृदय सम्राट है और कोई भी साधु-संत मोदी जी की तारीफ करता है तो दिग्विजय सिंह जी जैसे लोगों को पीड़ा होने लगती है। pic.twitter.com/l2fO1L9UAn
— Dr Narottam Mishra (@drnarottammisra) May 25, 2022
कौन हैं प्रदीप मिश्रा?
1980 में सीहोर में पंडित मिश्रा का जन्म हुआ था। उनका दूसरा नाम रघुराम है। मिश्रा ने सीहोर से ही हाईस्कूल की पढ़ाई की है। वे ग्रेजुएट हैं। वह एक अंतरराष्ट्रीय कथाकार होने के साथ ही आस्था चैनल में भजन और आरती के प्रस्तुतकर्ता भी हैं। प्रदीप मिश्रा की यूट्यूब और फेसबुक जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर जबर्दस्त फैन फॉलोइंग है। वह पहले सीहोर में ही कथा और भजन करते थे। धीरे-धीरे उनकी ख्याति बढ़ती गई। आज वे एक अंतर्राष्ट्रीय कथावाचक है। प्रदीप मिश्रा का सीहोर के प्रति गहरा लगाव है। इसलिए वह अपने नाम के पीछे सीहोरवाला लगाते हैं।
इस वाकये से मशहूर हुए
28 फरवरी 2022 को सीहोर में रुद्राक्ष महोत्सव चल रहा था। 7 दिन की इस कथा में 15 लाख श्रद्धालुओं के शामिल होने का अनुमान था। 11 लाख लोगों को रुद्राक्ष बांटे जाने थे। लेकिन पहले ही दिन यहां 3 लाख से ज्यादा श्रद्धालु पहुंच गए। इससे व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई। इंदौर-भोपाल स्टेट हाईवे पर करीब 6 घंटे तक जाम रहा। कथा सुनने आए श्रद्धालुओं की भीड़ के कारण हाईवे पर कई किलोमीटर लंबा जाम लग गया। प्रशासन ने कथावाचक से बात की। जिसके बाद कथावाचक ने मंच से रोते हुए कथा स्थगित कर दी। उन्होंने भावुक होकर ऊपर से बार-बार दबाव आ रहा है, इसलिए कथा स्थगित कर रहा हूं। मुझे क्षमा करे, देश के कोने-कोन से आए श्रद्धालुओं के लिए मैं व्यवस्था नहीं कर पाया। अब कथा का आयोजन ऑनलाइन ही होगा।
मई 22 में ही एक मैसेज वायरल हुआ कि पंडित प्रदीप मिश्रा का 8वीं में पढ़ने वाला बेटा फेल हो गया। हालांकि, बेटा पास हो गया था। इस पर मिश्रा ने बाकायदा सफाई भी दी थी।
प्रदीप मिश्रा की लगातार बयानबाजियां
3 मार्च- मिश्रा ने व्यासपीठ से कहा कि वो 24 घंटे बेचारे नरेंद्र मोदी जी के पीछे पड़े रहते हैं। अरे वो है तो हिंदू है और नहीं होगा तो रोओगे। भगवान राम जी से प्रार्थना करना कि ऐसा प्रधानमंत्री तुमको मिला है। उन्होंने मंच से व्यासपीठ को राजनीतिक अखाड़ा न बनाने की अपील की थी।
5 अप्रैल- रायसेन के सोमेश्वर महादेव मंदिर में लटके ताले पर मुख्यमंत्री पर रायसेन में तंज कसा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के राज्य में 'शिव' कैद में है। तुम लड्डू खा रहे हो। शिव मंदिर में ताला डाला है और तुम दीवाली मना रहे हो ? अरे.. आस-पास कोई तालाब हो तो चुल्लू भर पानी भरकर ले आओ और... मैं जानता हूं मामा सनातनी हैं, गृह मंत्री सनातनी हैं, प्रधानमंत्री सनातनी हैं। मैं चाहूंगा मेरे शंकर को कैद से बाहर निकाला जाए।
25 अप्रैल- रतलाम में प्रदीप मिश्रा ने राजस्थान के अलवर में 300 साल पुराने मंदिर को तोड़े जाने पर प्रतिक्रिया दी थी। कहा- तुम (सरकार) मंदिर तोड़ते जाओ, हम बनाते जाएंगे। जमीन के मंदिर तोड़ सकते हो, लेकिन सनातनियों के दिल में बसे मंदिर को कैसे तोड़ोगे। मंदिर तोड़ने वाले समझ लें कि हजारों लोगों के हृदय में जो शिव बैठे हैं, उनके मंदिर को कैसे तोड़ोगे।
7 मई- नर्मदापुरम में कविता गाई...सोने की चिड़िया को अब सोने का शेर बनाना है, संविधान को बदलो, हमको हिंदू राष्ट्र बनाना है।