Bhopal. दस जनपथ पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की बैठक हुई। सूत्रों के मुताबिक, इस बैठक में केसी वेणुगोपाल, दिग्विजय सिंह, कमलनाथ, अंबिका सोनी, रणदीप सुरजेवाला, जयराम रमेश, प्रियंका गांधी व अन्य नेता मौजूद हैं। इसके साथ ही मध्यप्रदेश कांग्रेस के दो बड़े नेताओं कमलनाथ और दिग्विजय सिंह ने दिल्ली में आलाकमान से अलग से मुलाकात की। कमलनाथ की हफ्ते भर में सोनिया गांधी से यह दूसरी मुलाकात थी। माना जा रहा है कि इन मुलाकातों के दौरान 2023 विधानसभा चुनाव को लेकर प्रशांत किशोर द्वारा सौंपी गई रिपोर्ट पर चर्चा हुई। दिलचस्प बात है कि दो दिन पहले ही पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव भी दिल्ली में सोनिया गांधी से मुलाकात कर वापस लौटे हैं। इससे पहले प्रशांत किशोर के प्रस्ताव पर विचार के लिए कांग्रेस नेताओं की एक समिति गठित की गई थी। इस समिति ने अपनी रिपोर्ट कांग्रेस अध्यक्ष को सौंप दी है, जिस पर अब सोनिया गांधी को अंतिम फैसला लेना है। 2024 लोकसभा चुनाव में क्या नीति रहेगी, इसका फैसला एम्पावर्ड एक्शन ग्रुप ही करेगा।
कमलनाथ की सोनिया गांधी से दूसरी मुलाकात
विधानसभा चुनाव को लेकर मध्य प्रदेश में सियासी गतिविधियां तेज हो चुकी हैं। एक तरफ बीजेपी के तमाम बड़े नेता सभा से लेकर संगठन तक की बैठकों में शामिल हो रहे हैं। भोपाल में आदिवासी कार्यक्रम में शामिल होने के बाद केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने करीब दो घंटे तक मध्य प्रदेश बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं के साथ बात की थी। वहीं कांग्रेस भी इस मामले में बहुत पीछे नहीं है। आलाकमान लगातार प्रदेश के हालात पर नजर रखे है और बड़े नेताओं का आए दिन दिल्ली दरबार से बुलावा आ रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ हफ्ते भर में दो बार सोनिया से मिल चुके हैं। वहीं दिग्विजय सिंह भी आलाकमान के बुलावे पर वहां हाजिरी लगा चुके हैं।
पीके के चिंतन पर मंथन
चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने कांग्रेस हाईकमान को एक रिपोर्ट सौंपी है। बताया जा रहा है कि यह रिपोर्ट उन राज्यों पर फोकस है, जहां 2023 में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। अब इस रिपोर्ट को लेकर हाईकमान संबंधित राज्यों के प्रमुख नेताओं के साथ चर्चा-परिचर्चा कर रही हैं। माना जा रहा है कि इसी सिलसिले में कमलनाथ और दिग्विजय सिंह के लिए दिल्ली दरबार से बुलावा आया था। बताया जाता है कि कमलनाथ के साथ सोनिया की बैठक करीब एक घंटे तक चली। वहीं, दूसरी ओर कांग्रेस 13 से 15 मई तक उदयपुर में नव संकल्प चिंतन शिविर करेगी। इसके लिए युवा और बेरोजगारी, किसान और कृषि, सामाजिक अधिकारिता, संगठनात्मक मामले, आर्थिक राज्य और राजनीतिक मामलों सहित छह एजेंडों पर चर्चा के लिए 6 अलग-अलग कमेटियां बनाई गई हैं। कांग्रेस द्वारा बनाई गई कमेटियों का संयोजन मल्लिकार्जुन खड़गे, सलमान खुर्शीद, पी चिदंबरम, मुकुल वासनिक, भूपिंदर सिंह हुड्डा और अमरिंदर सिंह वारिंग करेंगे। सोनिया गांधी ने ही प्रशांत किशोर के प्रस्ताव की जांच करने के लिए स्पेशल टीम बनाई थी। अब उनकी यही टीम चाहती है कि प्रशांत बाकी सभी राजनीतिक दलों से दूरी बना लें और पूरी तरह कांग्रेस के लिए समर्पित हो जाएं, तभी बात बनेगी।
उदयपुर में कांग्रेस का चिंतन शिविर
दिग्विजय सिंह को कांग्रेस हाईकमान ने सुबह दिल्ली बुलाया था। वहां उनकी वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात हुई, जिसमें उदयपुर का उनका कार्यक्रम तय हुआ है। गौरतलब है कि 13, 14 और 15 मई को उदयपुर में कांग्रेस का चिंतन शिविर होने वाला है। इसकी तैयारियां भी शुरू हो चुकी हैं। जानकारी के मुताबिक हाईकमान से मुलाकात के बाद दिग्विजय पहले उदयपुर और फिर वहां से आज रात मध्य प्रदेश के नीमच पहुंचेंगे। दिग्विजय सिंह के भाई लक्ष्मण सिंह ने प्रशांत किशोर की तारीफ करते हुए उन्हें मध्यप्रदेश से राज्यसभा भेजे जाने की मांग की है।