Shivpuri. शिवपुरी के बामोरकला में हुए रिटायर्ड फौजी और जिला पंचायत सदस्य के दावेदार बृजमोहन के अंधे कत्ल का पर्दाफाश हो गया है। रिजौदी गांव के पास झलकुई के जंगल में 5 जून को कुएं में कारगिल का युद्ध लड़ने वाले रिटायर्ड फौजी की लाश मिली थी। पूर्व सैनिक जिला पंचायत सदस्य की उम्मीदवारी के लिए तैयारी कर रहे थे। पूर्व सैनिक की हत्या उसके दोस्त ने अपने साथियों के साथ मिलकर की थी। दोस्त ने खेत में गड़ा खजाने का लालच देकर पूर्व सैनिक को खेत पर बुलाया और उसकी हत्या कर दी थी। इसके बाद उसके घर में घुसकर चोरी भी की थी। पुलिस ने 3 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और दो की तलाश जारी है। आशंका थी कि चुनावी रंजिश में बृजमोहन की हत्या की गई है लेकिन उसके दोस्त ने ही पैसों के लालच में बृजमोहन को मौत के घाट उतारने की साजिश रची थी।
हत्याकांड का मास्टर माइंड निकला दोस्त
पुलिस के मुताबिक हत्या की ये पूरी वारदात चोरी करने की मंशा से अंजाम दी गई। इस हत्याकांड का मास्टर माइंड मृतक बृजमोहन शर्मा का दोस्त रामवीर यादव हैं। रामवीर यादव का मृतक के घर आना-जाना था। रामवीर को ये भी पता था कि बृजमोहन के पास खूब पैसा और सोने-चांदी के जेवर हैं। इसी के चलते उसने अपने साथी केपी यादव, तेजपाल यादव और दो अन्य साथियों के साथ मिलकर दोस्त को खजाना खोदने के बहाने झलकुई के जंगल में बुलाया और उसकी हत्या करने की साजिश रची।
हत्या के बाद कुएं में फेंक दी थी लाश
1 जून को बृजमोहन को रामवीर ने फोन किया और कहा कि खेत पर गड़ा खजाना निकाल रहे हैं, आप आ जाओ। बाइक से बृजमोहन खेत पर पहुंचा तो रामवीर यादव ने अपनी साथियों के साथ मिलकर बृजमोहन की गला दबाकर हत्या कर दी। इसके बाद दोनों पैर तौलिए से बांध दिए। रस्सी के सहारे सीने से बड़ा पत्थर बांधकर कुएं में लाश को फेंक दिया। 4 दिन बाद लाश कुएं के पानी के ऊपर आ गई।
बृजमोहन के भाई को फंसाने की रची थी साजिश
बताया जा रहा है कि बृजमोहन और उसके भाई के रिश्ते में तनातनी थी। ऐसे में बृजमोहन की हत्या का शक उसके भाई की तरफ मोड़ने के लिए रामवीर ने लाश को उसी के भाई के कुएं में फेंका। हत्या का सबूत मिटाने के लिए रामवीर यादव ने फौजी के घर में चोरी करने के बाद उसकी बाइक को खनियाधाना ले जाकर बुधना डैम में फेंक दिया ताकि पुलिस या कोई दूसरा व्यक्ति इस बाइक को कभी तलाश भी न पाए।