Damoh. दमोह जिले में इस समय नेताओं को शिक्षक बनने का जुनून सवार है, जो कि एक सुखद बात है। पहले पथरिया विधायक रामबाई परिहार शिक्षक की भूमिका में नजर आईं उसके बाद जबेरा विधायक धर्मेंद्र सिंह गणित के शिक्षक बने और छात्रों को सवाल हल करवाए। उसके बाद अब जिला पंचायत अध्यक्ष रंजीता गौरव पटैल भी शिक्षक की भूमिका में नजर आईं। बुधवार को उन्होंने पथरिया ब्लाक के प्राइमरी स्कूल का निरीक्षण किया छात्रों से सवाल किए और स्कूल का निरीक्षण कर ग्रामीणों की समस्याएं जानी।
बकेनी के प्राइमरी स्कूल पहुंची अध्यक्ष
जिला पंचायत की नवनिर्वाचित अध्यक्षा रंजीता गौरव पटेल ने बुधवार को पथरिया क्षेत्र में जन समस्याओं को लेकर विभिन्न गांव का भ्रमण किया उसके बाद बकेनी गांव पहुंची और शासकीय प्राथमिक स्कूल का निरीक्षण किया। यहां पहुंचकर उन्होंने बच्चों को पढ़ाई करवाई और उनसे कुछ सवाल किए जिनके जवाब छात्रों के द्वारा दिए गए। कक्षा पहली एवं कक्षा दूसरी के बच्चों ने जिला पंचायत अध्यक्ष द्वारा पूछे गए सवालों के सही जवाब दिए।
उन्होंने शिक्षा व्यवस्था दुरुस्त करने व बच्चों को नियमित पाठ्यक्रम से जोड़ने की बात शिक्षकों से कही। वही छात्रों एवं शिक्षकों की उपस्थिति देख प्रसन्नता जाहिर करते हुए कहा कि बेटियों को बेहतर रूप से शिक्षित करने वाला और विकसित करने का काम शिक्षक ही करते हैं। इसके बाद जिला पंचायत अध्यक्ष किशनगंज, चिरोला, असलाना गांव पहंुची और ग्रामीणों से उनकी समस्याएं जानने पहुंची। जनता को शासन की योजनाओं से अवगत कराया एवं लोगों द्वारा बताई गई समस्याओं के समाधान के लिए अधिकारियों को फोन से निर्देशित किया।
हालात भी सुधरें तो अच्छा होगा
दमोह के जनप्रतिनिधि सरकारी स्कूलों में पहुंचकर बच्चों से रूबरू तो हो रहे हैं लेकिन उनके दिए निर्देशों का पालन हो और स्कूलों की शिक्षा व्यवस्था और मूलभूत सुविधाओं में इजाफा हो तो और भी बेहतर होगा, वरना यह कोशिश महज दिखावा साबित होगी।