GWALIOR . जिले की डबरा जनपद में अध्यक्ष पद को लेकर बीजेपी में ही टकराव की स्थिति है। डबरा प्रदेश के गृहमंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा का गृह शहर भी है लेकिन इस बार वहां से सदैव से बीजेपी के प्रत्याशी रहने वाले रामेश्वर तिवारी को करारी हार का सामना करना पड़ा। यहां जीत का परचम फहराया कभी काँग्रेस की दिग्गज नेता रहीं और ज्योतिरादित्य सिंधिया की कट्टर समर्थक पूर्व मंत्री श्रीमती इमरती देवी की केंडिडेट ने जीत हासिल की। इसके बाद तिवारी ने कहा उप चुनाव में बीजेपी प्रत्याशी को काले झंडे दिखाने वाली उम्मीदवार जीत गई और जन्मजात बीजेपी का कार्यकर्ता हार गया।
ये जीते
जनपद पंचायत डबरा के परिणाम पर सबकी निगाहें लगीं थी । इसकी बजह थी यह है कि डबरा गृहमंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा का गृह कस्बा और कर्मभूमि है। वे अनेक बार यहां से विधायक रहे है । जबकि लंबे समय से उनकी प्रतिद्वंद्वी रहीं कांग्रेस की दिग्गज नेता रह चुकीं पूर्व मंत्री इमरती देवी भी अब बीजेपी में हैं। अब यहां जनपद पंचायत चुनाव डॉ मिश्रा और इमरती के बीच बर्चस्व की लड़ाई साफ दिखाई दी । इसका स्वरूप पुरानी और नई बीजेपी के रूप में भी नजर आया। यहां जनपद पंचायत अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के चुनाव में दोनो के बीच मतभेद साफ नजर आया। यहां से बीजेपी ने यहां से अपने पुराने जनपद अध्यक्ष रामेश्वर तिवारी को ही मैदान में उतारने का फैसला लिया वहीं केंद्रीय नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की खास और मप्र लघु उद्योग विकास निगम की अध्यक्ष ने बीजेपी के साथ न जाकर अपनी ताकत दिखाने का फैसला किया। उन्होंने यहां सामान्य सीट पर पुरानी कांग्रेसी श्रीमती प्रवेश मेहताब गुर्जर को मैदान में उतार दिया। वे ज्यादातर सदस्यो को पहले ही तीर्थयात्रा पर भेज चुकीं थीं। आज जब चुनाव हुए तो जीत इमरती की प्रत्याशी की ही हुई। उन्हें 16 वोट मिले जबकि बीजेपी के पुराने नेता और गृहमंत्री डॉ मिश्रा के प्रत्याशी तिवारी महज नौ वोट पाकर हार गए। उपाध्यक्ष पद पर इमरती के प्रत्याशी बृंदावन बघेल निर्विरोध निर्वाचित हुए।
हार के बाद फूटा तिवारी का दर्द
पराजय के बाद रामेश्वर तिवारी के दर्द फुट पड़ा। उन्होंने कहा कि मैं जन्मजात बीजेपी कार्यकर्ता रहा हूँ लेकिन हार गया। मुझे जिन्होंने हराया वे उप चुनाव में बीजेपी प्रत्याशी को काले झंडे दिखा रहे थे।
इमरती बोलीं , वो बीजेपी की सदस्य
पूर्व मंत्री इमरती देवी ने कहाकि जो प्रत्याशी जीते है वे बीजेपी की सदस्यता ले चुके हैं। रसीद मेरे पास है। उन्होंने जीत का श्रेय सीएम शिवराज सिंह ,केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को दिया लेकिन उन्होंने इसमें डॉ नरोत्तम मिश्रा का नाम नही लिया।