/sootr/media/post_banners/317ceda60539eb1e9aa3529c302c7468dd9bf845e92529b93c7ffccded1db7df.jpeg)
GWALIOR. द सूत्र ने अपने न्यूज स्ट्राइक कार्यक्रम में ख़बर दी थी कांग्रेस अब अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनावो के मद्देनजर कांग्रेस संगठन में बड़ा परिवर्तन करने वाले है । इसमें सबसे पहले उन जिला अध्यक्षों को हटाना प्रमुख है जो विधायक बनने के बाद भी जिला अध्यक्ष हैं । द सूत्र का यह खुलासा सच साबित हुआ। आज विधायक राकेश मावई ने मुरैना जिला कांग्रेस अध्यक्ष पद से अपना इस्तीफा पीसीसी चीफ कमलनाथ को सौंप दिया।
12 वर्ष से अध्यक्ष थे मावई
मावई विगत 12 वर्षों से जिला कांग्रेस मुरैना के अध्यक्ष थे। उनके चाचा सोवरन सिंह मावई मुरैना जिले के दिग्गज नेता थे और कांग्रेस से विधायक भी रह चुके थे। उनके निधन के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने राकेश मावई को कांग्रेस का जिला अध्यक्ष बना दिया ।
सिंधिया के साथ नहीं गए
सिंधिया ने जब कमलनाथ सरकार गिराते हुए बीजेपी की तरफ रुख किया तो उन्हें भी भोपाल बुलाया गया लेकिन वे गुना से ही लौट आये और कांग्रेस में ही रहने का ऐलान कर दिया। इसके बाद हुए विधानसभा उप चुनाव में उन्हें कांग्रेस से मुरैना सीट से अपना प्रत्याशी बनाया जबकि बीजेपी ने सिंधिया के साथ इस्तीफा देने वाले पूर्व कांग्रेस एमएलए रघुराज कंसाना को । राकेश ने जीत हासिल की थी ।
आज सौंपा इस्तीफा
मावई ने आज कमलनाथ से मुलाकात कर अध्यक्ष पद से अपना इस्तीफा सौंपा। उन्होंने कहाकि वे 12 वर्षो से जिला अध्यक्ष है और विधायक भी निर्वाचित हो चुके हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री एवं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने भी नेता पद से त्यागपत्र दिया था । अब उनके एक व्यक्ति एक पद के सिद्धांत का अनुसरण करते हुए इस्तीफा दे रहे हैं, ताकि पार्टी के कार्यकर्ताओं अवसर मिल सके । मावई ने इस्तीफे में लिखा है कि वे अपनी विधानसभा पर अधिक से अधिक समय देना चाहते हैं ।
सूत्रों के अनुसार कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने एक पद एक व्यक्ति को लागू करने के निर्देश दिए हैं । कांग्रेस के 6 विधायक जिला कांग्रेस अध्यक्ष भी हैं ये सभी जिला कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा देंगे इसकी शुरुआत मावई के इस्तीफे से हो गई है