भोपाल. व्यापमं यानी प्रोफेशनल एग्जामिशन बोर्ड की शिक्षक पात्रता क्षर्ती परीक्षा को रद्द करने की पुरजोर तरीके से मांग उठ रही है। इस परीक्षा को देने वाले कैंडिडेट्स महाआंदोलन की तैयारियों में जुटे हैं। कांग्रेस सीबीआई जांच की मांग कर रही है। क्योंकि परिवहन मंत्री के कॉलेज से स्क्रीन शॉट वायरल होने का खुलासा हुआ है। लेकिन द सूत्र को अंदरूनी सूत्रों से जानकारी मिली है कि इस मामले की जांच कर रही मैपआईटी व्यापमं को क्लीनचिट दे सकती है। जिस तरह से व्यापमं के अधिकारी और सरकार के बयान सामने आए है संकेत ऐसे ही है।
क्लीन चिट देने की तैयारी: व्यापमं की परीक्षा को लेकर एक बार फिर प्रदेश में बवाल मच गया है। युवा आक्रोशित हैं। व्यापमं के गेट पर ताला जड़कर शिक्षक पात्रता परीक्षा को रद्द करने की मांग पर अड़े हैं, तो इन सबसे बेपरवाह व्यापमं प्रशासन ने अलग ही तैयारी कर रखी है। व्यापमं के अंदरूनी सूत्रों के अनुसार शिक्षक पात्रता परीक्षा के स्क्रीन शॉट के मामले की जांच कर रही एमपीआईटी व्यापमं को क्लीन चिट दे सकती है। यानी साफ है कि युवाओं के इस विरोध प्रदर्शन की गूंजती आवाजों के बाद भी व्यापमं प्रबंधन के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही है।
मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के बचाव में सरकार: फोन पर आए स्क्रीन शॉट का कनेक्शन परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के परिवार के कॉलेज से जुड़ने के बाद प्रदेश के राजनीतिक गलियारों में हड़कंप मच गया है। सफाई देने के लिए मंत्री राजपूत भी सामने नहीं आ रहे हैं। साथी मंत्री को क्लीन चिट देने का बीड़ा गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने उठाया। मिश्रा ने अपने चिरपरिचित अंदाज में एक लाइन में कह दिया कि परीक्षा के लिए कॉलेज किराए पर दिया गया था इसलिए उसके संचालक की इसमें कोई जिम्मेदारी नहीं बनती।
कांग्रेस हमलावर: इस मामले में कांग्रेस एक बार फिर हमलावर हो गई है। कांग्रेस नेताओं ने सीधे-सीधे मंत्री और पूरी सरकार पर सवाल खड़े कर दिए हैं। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने इसे व्यापमं घोटाला सीजन टू करार दिया है। कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव ने इस पूरे मामले की सीबीआई जांच की मांग की है।
जवाब से बचते व्यापमं के अधिकारी: शिक्षक पात्रता परीक्षा का लीक होना और आरक्षक भर्ती परीक्षा में कम नंबर वाले को क्वालीफाई और ज्यादा नंबर वाले को डिस्क्वालीफाई करने में भी कुछ बड़ी गड़बड़ी नजर नहीं आ रही। व्यापमं की परीक्षा नियंत्रक हेमलता कहती हैं कि मैप आईटी जांच कर रही और जांच गोपनीय होती है इसलिए इस बारे में कुछ नहीं बता सकती हैं। वहीं आरक्षक परीक्षा को लेकर शिकायत आएगी तो जांच होगी। अधिकांश समय वे ये ही कहती रहीं कि उनको कोई जानकारी नहीं है।