कुत्ते गंदगी न करें इसलिए दमोह में घरों के बाहर टांगी महावर वाली बाटलें,बगिया मोहल्ला में राय परिवार के द्वारा की गई थी शुरूआत

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Rajeev Upadhyay
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कुत्ते गंदगी न करें इसलिए दमोह में घरों के बाहर टांगी महावर वाली बाटलें,बगिया मोहल्ला में राय परिवार के द्वारा की गई थी शुरूआत

Damoh. बुंदेलखंड में टोने टोटके की पुरानी पंरपरा है जिसमें किसी भी समस्या के लिए समाधान के लिए यदि कोई कुछ टोना टोटका करता है उसके बाद अन्य लोग भी उसे करना शुरू कर देते हैं। दमोह शहर के नया बाजार नंबर पांच बगिया मोहल्ला में भी इस समय इसी प्रकार के टोने टोटके चल रहे हैं। जिसमें लोगों ने अपने घरों के बाहर पानी और महावर मिली बाटलें टांगी हैं जिससे कुत्ते घरों के बाहर गंदगी न करें। इस टोटके को यहां रहने वाले राय परिवार ने किया था जिसके बाद देखते हुए अन्य लोगों ने भी अपने घरों के बाहर इसी तरह की बाटलें टांग ली हैं। दर्जनों घरों के बाहर यह लाल रंग की बाटलें टंगी दिखाई दे रही हैं।



इंदौर में पढ़ रही बेटी ने बताया था टोटका 




दरअसल बगिया मोहल्ला में रहने वाले अजय राय की बहन अंजली राय इंदौर में पढ़ती है। वह रक्षाबंधन पर दमोह अपने घर आई थी जहां घर के लोगों ने बताया कि बारिश के दिनों में कुत्ते गंदगी कर जाते हैं। यह सुनते ही अंजली ने बताया कि इंदौर में जिस कालाेनी में वह रहती हैं वहां के लोगों ने अपने घरों के बाहर बाटल में पानी और महावर मिलाकर टांगा है जिससे कुत्ते यहां गंदगी करने नहीं आते। यह बात सुनते ही पहले अजय राय ने अपने घर के बाहर यह पानी और महावर मिली बाटल टांगी। हालांकि ऐसा करने से उन्हे कितना फायदा हुआ यह तो नहीं पता, लेकिन जब वार्ड के अन्य लोग रोहित रैकवार, मनीष सोनी, संतोषी सोनी, राघवेंद्र राय ने यह बाटलें टंगी देखी तो उन्होंने भी अपने घरों के बाहर यह महावर वाली बाटलें टांग ली।



कुछ को हुआ फायदा, कुछ मान रहे अन्धविश्वास 



हालांकि जिन लोगों के घरों के बाहर बाटलें टंगी हैं उनका तो यही कहना है कि जब से यह बाटलें टांगी हैं कुत्ते गंदगी करने नहीं आते। अब इसे अंध विश्वास कहें या वाकई कोई उपाय है, लेकिन यह महावर वाली बाटलें चर्चा का विषय जरूरी बनी हैं।


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