Bhopal. मध्य प्रदेश में वन विभाग के डिप्टी सेक्रेटरी IAS अफसर मोहित बुंदस मुश्किलों में फंस गए हैं। आईएएस अधिकारी मोहित बुंदस के खिलाफ उनकी पत्नी ने दहेज प्रताड़ना का केस दर्ज करवाया है। मोहित बुंदस मध्यप्रदेश कैडर के अधिकारी हैं। आईएएस बुंदस की पत्नी ने उनपर दहेज प्रताड़ना के साथ मारपीट करने की शिकायत पुलिस से की है। इसके साथ ही पत्नी का आरोप है कि जान से मारने की धमकी भी दी गई है। पीड़िता खुद अखिल भारतीय राजस्व सेवा की अधिकारी हैं। दोनों का एक बेटा भी है।
मां और बहन पर भी हुई एफआईआर
मोहित बुंदस की पत्नी ने 26 अप्रैल की रात को महिला थाने में पति के खिलाफ शिकायत की थी। इसके बाद एफआईआर दर्ज की गई है। पत्नी की शिकायत पर इसमें धारा 498 (ए), 323, 506 और 34 का अपराध दर्ज किया गया है। भोपाल के महिला थाने में दर्ज केस में मोहित बुंदस के साथ-साथ उनकी मां और बहन को भी आरोपी बनाया गया है। बहनें जयपुर में रहती हैं।
आईएएस मोहित बुंदस के खिलाफ दहेज प्रताड़ना का मामला दर्ज हुआ। बुंदस की पत्नी भी अखिल भारतीय राजस्व सेवा की अधिकारी हैं। धारा 498 (ए), 323, 506 और 34 का अपराध दर्ज किया गया है। बुंदस मप्र के कई जिलों में कलेक्टर की जिम्मेदारी निभा चुके हैं। #MadhyaPradesh @CMMadhyaPradesh @BJP4MP
— TheSootr (@TheSootr) April 27, 2022
विवादों से है पुराना नाता
मोहित बुंदस छतरपुर और डिंडौरी में कलेक्टर रहे हैं। अभी वे वन विभाग में उप सचिव हैं। उनका एक बेटा भी है, जो काफी छोटा है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पति-पत्नी और बेटा दो दिन पहले कहीं गए थे, जहां किसी बात पर विवाद हो गया। मोहित बुंदस वन विभाग में आने से पहले छतरपुर कलेक्टर थे। उससे पहले वे अन्य जिलों के कलेक्टर रहने के साथ भोपाल में भी एडीएम रह चुके हैं।
छतरपुर में कांग्रेस, सपा और भाजपा विधायकों ने दो साल पहले उनके खिलाफ मोर्चा खोला था, जिसके बाद उनका तबादला भोपाल कर दिया गया था। विधायकों ने कहा था कि क्षेत्र की परेशानियों के बारे में बताने पर भी समाधान नहीं किया जाता। कलेक्टर मिलने का वक्त भी नहीं देते हैं। कलेक्टर मोहित बुंदस ने बीते दिनों चंदला बीजेपी विधायक राजेश प्रजापति को करीब एक घंटे तक इंतजार कराया था। राजेश प्रजापति भड़क गए थे। उन्होंने आरोप लगाया कि कलेक्टर मोहित बुंदस जनता से मुलाकात नहीं कर रहे हैं। मोहित का ट्रांसफर होने से शहर में हर्ष का मौहाल नजर आया था। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने आतिशबाजी करके खुशी मनाई थी।