संजय गुप्ता, INDORE. मॉडर्न डेंटल कॉलेज के पूर्व प्रमुख डॉ.रमेश बदलानी एक बार फिर गिरफ्तार हो गए हैं। पुलिस ने आस्था फाउंडेशन की कार्यकारिणी में फेरबदल कर अवैध लाभ अर्जित करने के मामले में रमेश को 9 अक्टूबर (रविवार) रात को उनके घर से गिरफ्तार किया है। इस मामले में उनकी यह पहली गिरफ्तारी है लेकिन इसके पहले भी वह एक अन्य मामले में लंबे समय तक जेल में रह चुके हैं। मेडिकल कॉलेज के लिए बैंक लोन के मामले में भी वह डिफाल्टर है। यह गिरफ्तारी कनाडिया थाने में दर्ज हुए धोखाधडी की एफआईआर को लेकर हुई है।
इस मामले में पहले हो चुके है गिरफ्तार
मॉडर्न मेडिकल कॉलेज के पूर्व संचालक डॉ.रमेश बदलानी और उनके भागीदार मनीष खटवानी पर आरोप है कि उन्होंने प्रवेश देने के नाम पर विद्यार्थियों से पांच-पांच लाख रुपए लिए,लेकिन उनकी पढ़ाई का कोई इंतजाम नहीं किया। फैकल्टी मेंबर्स को वेतन तक नहीं दिया। अव्यवस्थाओं के चलते एमआइसी ने कॉलेज की मान्यता ही निरस्त कर दी। विद्यार्थियों ने कनाडिया पुलिस थाने में बदलानी और खटवानी के खिलाफ एफआइआर दर्ज करवाई। पुलिस ने कॉलेज के दोनों संचालकों को गिरफ्तार कर लिया है। हालांकि खटवानी ने हर विद्यार्थी को ढाई-ढाई लाख रुपए का भुगतान करने की शर्त पर जमानत हासिल कर ली थी।
एक समय शहर के काफी पॉवरफुल लोगों में से एक थे बदलानी
डॉ.बदलानी एक समय शहर के काफी पॉवरफुल लोगों में से एक थे। मॉडर्न डेंटल कॉलेज में एडमिशन के लिए लंबी कतार लगती थी। इसी कॉलेज की सफलता के बाद उन्होंने मेडिकल कॉलेज खोलने के लिए जमीन ली और इस पर करोड़ों का बैंक लोन लिया। लेकिन कॉलेज उस समय उलझ गया जब उनकी दो निजी जमीन के बीच में एक सरकारी नाला आ गया। एमआईसी ने कहा कि जमीन एक होनी चाहिए। डॉ. बदलानी ने नाले पर पुल की मंजूरी मांगी लेकिन तब राजस्व संहिता में कोई नियम नहीं था। उस समय उन्होंने अपने संबंधों का फायदा उठवाया और भोपाल स्तर पर राजस्व संहिता में प्रावधान करवाया कि दो निजी जमीन के बीच में कोई शासकीय नाला आदि आता है तो इस पुलिया, पुल बनाने के लिए निजी व्यक्ति आवेदन देकर उतनी जमीन सलाना लीज पर ले सकता है। इसके लिए कलेक्टर को अधिकृत किया गया। इस आधार पर उन्हें पुलिया बनाने की मंजूरी मिली और फिर मेडिकल कॉलेज को मंजूरी मिल सकी थी।