संजय गुप्ता, INDORE. जनजातीय समाज के छात्र के साथ कुछ लोगों ने अमानवीय व्यवहार किया जिससे जनजातीय समाज में काफी रोष है। इसे लेकर समाज ने पुलिस डीआईजी को ज्ञापन देकर विरोध किया। आश्चर्यजनक रूप से इस प्रदर्शन के दौरान बीजेपी विधायक रमेश मेंदोला के साथ डॉ. निशांत खरे भी कदमताल करते नजर आए। उन्होंने डीआईजी से इस मामले में सख्त कार्रवाई करने के साथ ही ये भी कहा कि यदि किसी के साथ घटना हुई और वो अभी तक सामने नहीं आया हो तो वो सामने आए, हम खुलकर लड़ाई लड़ेंगे और कार्रवाई की जाएगी।
डॉ. खरे के विरोध प्रदर्शन पर सबकी नजरें
इस पूरे मामले में सबकी नजरें डॉ. खरे के विरोध प्रदर्शन और उनके भाषण पर लगी रहीं। महापौर पद के लिए नाम चलने से नाम कटने, फिर वोटिंग होने तक डॉ. खरे कहीं नजर नहीं आए और फिर अचानक मैदानी प्रदर्शन में उनके नजर आने से कयास लगाए जा रहे हैं कि कहीं अब उनकी नजरें अगले साल विधानसभा चुनाव पर तो नहीं हैं ?
'ये सब कयास हैं, मैं तो मैदान में लड़ाई लड़ूंगा'
डॉ. खरे कहते हैं लॉकडाउन का मामला हो या फिर स्टार्टअप का मंच, दोनों में बैठकें लेकर माहौल बनाने का काम करना था। तब वो किया। मैं सालों से जनजातीय छात्रों के साथ जुड़ा हूं, होस्टलों में उनकी कमेटियां बनवाई हैं, उनकी समस्या देखता हूं, जब ये मामला सामने आया तो छात्र के साथ मैदान पर उतरना पड़ा, जब मैदान की लड़ाई होगी तो मैदान में लड़ूंगा, अब लोग तो कयास लगाते रहते हैं, नजरें मेरी पहले भी किसी टिकट पर नहीं थी चाहे बात महापौर पद की हो, और न ही आगे विधानसभा के लिए हैं।