Bhopal. राजधानी के गांधी भवन में राष्ट्रीय रोजगार नीति बनाने के लिए संयुक्त रोजगार आंदोलन समिति ने रोजगार संसद का आयोजन किया गया। इस संसद में प्रदेश भर के संघर्षरत संगठनों के सैकड़ों प्रतिनिधि एक साथ एक मंच पर शामिल हुए। जिन्होंने राष्ट्रीय रोजगार नीति पर अपनी बात रखी और 16 अगस्त से दिल्ली में होने वाले आंदोलन को लेकर समर्थन व्यक्त किया।
व्यापक स्तर पर आंदोलन की तैयारी
सभी संगठनों ने राष्ट्रीय रोजगार नीति के ड्राफ्ट पर सहमति जताते हुए कुछ सुझाव दिए। साथ ही 16 अगस्त से दिल्ली में आंदोलन करने और इसमें मध्य प्रदेश से 1 लाख प्रतिनिधियों की भागीदारी का एलान किया गया। इसके लिए आगामी दिनों में जिलों में सम्मेलन किए जाएंगे और प्रदेश के कॉलेज यूनिवर्सिटी में कार्यक्रम होंगे।
राष्ट्रीय रोजगार नीति को लेकर चर्चा
नफरत नहीं रोजगार चाहिए जीने का अधिकार चाहिए, पूरा देश करे पुकार रोजगार दो रोजगार, इंकलाब जिंदाबाद, के नारों से गांधी भवन का प्रांगण गूंज उठा। संयुक्त रोजगार आंदोलन समिति के बैनर तले आयोजित रोजगार संसद में प्रदेश भर के संघर्षरत संगठनों के सैकड़ों प्रतिनिधि एक साथ एक मंच पर शामिल हुए। और बेरोजगारी जैसी समस्या से निपटने के लिए राष्ट्रीय रोजगार नीति को लेकर चर्चा की गई। यहां प्रदेशभर से आए कार्यकर्ताओं ने अपनी समस्याएं रखी और आंदोलन को समर्थन देने की बात कही।