इंदौर. क्राइम बांच ने पिछले 24 घंटे दवा कंपनियों और दूध प्लांट पर कार्रवाई की। दरअसल, उन्हें सूचना मिली थी कि सांची दूध केंद्र से सप्लाई होने वाले दूध में मिलावट है। ब्रांच ने मिलावटी दूध का टैंकर भी मिला था। आरोपी ड्राइवर और उसके साथी रास्ते में असली दूध निकालकर बेच देते थे। बाकी दूध में पानी मिलाकर प्लांट पहुंचा देते थे। यह कार्रवाई धार-बेटमा रोड पर हुई।
दूध की जगह पानी डालते थे
क्राइम ब्रांच को दूध में मिलावट होने की जानकारी मिली थी। शिकायत के बाद लगातार टैंकरों पर नजर बनाई गई थी। जब जांच की तो पता चला कि प्लांट में मिलावट नहीं है। ड्राइवर और क्लीनर दूध निकालर पानी भर देते थे।
ढाबों पर बिकता था दूध
सांची दूध केंद्र के अधिकारियों ने लिखित शिकायत की थी। क्राइम ब्रांच से कहा था कि सांची दूध के टैंकरों की सील को टेम्परिंग कर असली दूध को निकला जाता है, दूध की जगह पानी डाला जाता है। इसके बाद खाद्य विभाग ने क्राइम ब्रांच को इसकी सूचना दी। लंबे वक्त तक निगरानी करने के बाद ब्रांच ने खुलासा किया। दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया है। ड्राइवर और क्लीनर ढाबों पर दूध को बेच देते थे।