GWALIOR News. हर घर तिरंगा फहराने के अभियान के फ्लॉप होने के आसार बनते देख अफसरों में बेचैनी बढ़ती जा रही है। अगले माह 11 अगस्त से शुरू होने वाले अभियान में जिले में अलग -अलग जगहों पर साढ़े तीन लाख तिरंगा फहराने का टारगेट तय किया गया है लेकिन हालत ये है कि अब तक महज 500 झंडों की ही बिक्री हुई है और इनमे से भी साढ़े चार सौ तो ग्वालियर स्थित एस ए एफ बटालियन ने ही लिए हैं।
नगर निगम और जिला पंचायत ने दावा किया है कि उन्होंने इस अभियान की सफलता के लिए व्यापक कार्य योजना बनाई है । नगर निगम ने इसके लिए अपने एडिशनल आयुक्त मुकुल गुप्ता को नोडल अधिकारी बनाया है। शहरी क्षेत्र में 2 लाख 10 हजार झंडा आरोहण कराने का टारगेट है।उनका दावा है कि उन्होंने 70 स्थानों को चयनित कर लिए हैं। झंडों की बिक्री सभी मॉल्स ,स्टेशनरी शॉप्स,के अलावा निगम के सभी वार्ड और क्षेत्रीय दफ्तरों में भी की जाएगी । उन्होंने कहा कि यह बिक्री रेडक्रॉस से झंडे लेकर की जाएगी।
ग्रामो के लिए ये व्यवस्था
ग्रामीण क्षेत्र में इस अभियान की नोड ऐजेंसी जिला पंचायत को बनाया गया है। प्रभारी सीईओ विजय दुबे का दावा है कि उनके क्षेत्र में 1 लाख 40 हजार ध्वज फहराने का टारगेट है लेकिन अभी एक भी झंडा नहीं बिका है। उनका कहना है कि पंचायत विभाग सभी जनपद और नगर परिषदों में भी जल्द ही झंडों की सप्लाई करेगा। शहरी क्षेत्र के लोग हाट-बाजार से झंडे खरीद सकते हैं जबकि पंचायतों को भी दस हजार झंडे भेज दिए गए हैं।
आम जन में रुचि बढाने की चिंता
अधिकारियों का कहना है कि हम झंडे तो उपलब्ध करा देंगे लेकिन उन्हें अगर आम जन खरीदने नहीं आएंगे तो अभियान कैसे सफल होगा? उनमे जागृति लाने और लोगों को इस अभियान से जुड़ने के लिए प्रेरित करने के लिए भी कुछ करना होगा तभी यहां लक्ष्य हासिल किया जा सकेगा।