Dindori, Ramkrishna Gautam. डिंडौरी जिले चांदरानी गांव में बारिश न होने के कारण रविवार को ग्रामीणों ने अनोखा टोटका किया। उन्होंने गांव के नौनिहाल बच्चों को बिना कपड़ों के गांव में घुमाया और इंद्रदेव को मनाने के लिए उनके कंधों पर मूसल रखा। किसानों का मानना है कि टोटका करने के बाद बारिश अच्छी होगी। उन्होंने कहा कि गांव में इस बार अच्छी बारिश नहीं हो रही है। वह खेत में धान का रोपा तक नहीं लगा पा रहे हैं। उन्हें खेत सूखने का डर सता रहा है। चांदरानी के अलावा ग्राम भाजीटोला और मानिकपुर में भी बारिश नहीं हो रही है और फसल सूखने की कगार पर है।
गांव में अच्छी बारिश के लिए चांदरानी गांव के किसानों ने बच्चों को बिना कपड़ों के उनके कंधे पर मूसल रखकर पूरे गांव में घुमाया। वहीं, घर के छप्पर में चढ़कर लोग बच्चों के ऊपर पानी डाल रहे है। इसके बाद ग्रामीणों ने गांव से चावल-दाल आदि एकत्र कर भोजन पकाया और सामूहिक भोज किया। किसान संजू सिंह, राजेश सिंह, रतन सिंह सहित सभी किसानों को टोटका करने और सामूहिक भोज करने के बाद उम्मीद जागी है कि इंद्र देव प्रसन्न होकर अच्छी बारिश करेंगे। किसानों का कहना है कि बारिश के बाद हम अपने खेतों में जाकर धान की रोपाई कर सकेंगे।
बारिश के लिए टोटकों की अनेक प्रथाएं
प्रदेश के आदिवासी अंचलों में अच्छी बारिश के लिए पहले भी कई तरह के टोटके कराए जाते रहे हैं। छिंदवाड़ा में मेढ़क-मेढ़की का विवाह, बैगा चक में महिलाओं द्वारा निर्वस्त्र होकर खेत में हल चलाने का टोटका भी प्रसिद्ध है। कहा जाता है कि इससे बारिश के देवता इंद्र प्रसन्न होते हैं। इसके अलावा और भी कई रिवाजों से आदिवासी लोग अच्छी बारिश के लिए टोटके करते चले आ रहे हैं।
आधा प्रदेश हलाकान, आधे को अच्छी बारिश का इंतजार
वैसे तो बीते पखवाड़े में हुई मूसलाधार बारिश ने आधे प्रदेश को हलाकान कर दिया था। लेकिन पूर्वी मध्यप्रदेश में अपेक्षाकृत कम बारिश ही हुई है। जबलपुर का बरगी डेम अभी आधा भी नहीं भर पाया है। वहीं बालाघाट, मंडला, डिंडोरी का क्षेत्र भी अभी ढंग से तरबतर नहीं हो पाया है। जिससे खेतीहर किसान के माथे पर भी शिकन देखी जा रही है।