भोपाल. कश्मीर पर विवादित पोस्ट डालने के मामले में कार कंपनी हुंडई का विरोध थम नहीं रहा है। गुरूवार यानी 10 फरवरी को हिंदू जागरण मंच के कार्यकर्ताओं ने गोबर से शोरूम का शुद्धिकरण करते हुए अपना विरोध जताया। कार्यकर्ता हुंडई कार के शोरूम में घुस गए। इसके बाद उन्होंने शोरूम और पार्किग में खड़ी नई गाड़ियों पर गोबर लगाया। कार्यकर्ताओं ने पूरे शोरूम को गोबर से लीप दिया। संगठन के पदाधिकारियों ने हुंडई तेरी धोखेबाजी नहीं चलेगी जैसे नारों के साथ अपना विरोध दर्ज कराया।
देश विरोध पोस्ट से आक्रोश: हिंदू जागरण मंच के जिला अध्यक्ष संजय प्रजापति ने बताया कि देश के खिलाफ गंदी मानसिकता वाली इस कंपनी और कारों को शुद्ध करने के लिए उन्होंने यह कदम उठाया है। वहीं, संघ के प्रदेश पदाधिकारी ध्रुव चतुर्वेदी ने बताया कि हुंडई कंपनी के सोशल मीडिया के अकाउंट के जरिए कश्मीर में आतंकवाद फैलाने वाले लोगों को भाई कहकर संबोधित किया गया है। जिसका हम विरोध करते हैं। साउथ कोरिया की कंपनी हुंडई का कारोबार भारत में पूरी दुनिया से ज्यादा है। साल 2021 में भारत 48 लाख 42 हजार 68 गाड़ियां की सप्लाई हुई है। इसके बाद भी हुंडई ने अपने पर्सनल अकाउंट से भारत विरोधी ट्वीट किया है।
ये है मामला: कश्मीर भारत का अभिन्न हिस्सा है। 5 फरवरी को पाकिस्तान ने कश्मीर को अपना हिस्सा बताते हुए कश्मीर डे मनाया। हुंडई और कीया की पाकिस्तानी यूनिट ने फेसबुक और ट्विटर पर इसका खुला समर्थन किया। उनकी पोस्ट में पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद का समर्थन कर कश्मीर को भारत से तोड़ने की प्रार्थना की गई। साथ ही डल झील में नाव की तस्वीर और कश्मीर का नाम कंटीले तार से बंधा हुआ दिखाया। इसके बाद भारत में हुंडई का विरोध शुरू हुआ।
हुंडई का जवाब: हुंडई इंडिया ने बयान जारी कर माफी मांग ली है। हुंडई ने मंगलवार को अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से स्टेटमेंट पोस्ट किया। इसमें बताया गया कि बिजनेस पॉलिसी के तौर पर हुंडई मोटर कंपनी किसी भी खास क्षेत्र के राजनीतिक और सांप्रदायिक मुद्दों पर किसी तरह की टिप्पणी नहीं करती है। पाकिस्तान के एक स्वतंत्र स्वामित्व वाले डिस्ट्रिब्यूटर ने अपने अकाउंट्स से कश्मीर से जुड़े अनधिकृत सोशल मीडिया पोस्ट किए, जो स्पष्ट तौर पर Hyundai Motor की पॉलिसी के खिलाफ है। हमने यह सुनिश्चित किया कि Hyundai ब्रांड का दुरुपयोग करने वाला डिस्ट्रिब्यूटर सोशल मीडिया पोस्ट हटाए और भविष्य में इस तरह की चीज दोबारा ना हो, इसके लिए कदम उठाए गए।