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भोपाल. भारत भवन में लिटरेचर फेस्टिवल का आयोजन हो रहा है। कार्यक्रम में वरिष्ठ पत्रकार की किताब ‘द सिंधिया लेगसी फ्रॉम रानोजी टु ज्योतिरादित्य’ पर चर्चा हुई। किताब में लेखक खांडेकर ने सिंधिया राजघराने से जुड़े कई अनछुए पहलुओं को लिखा है। उन्होंने बताया कि सिंधिया राजघराने में दरबार पॉलिसी बनाई गई थी। इस दरबार पॉलिसी के जरिए राजवंश के युवराज को अनुशासन का पाठ पढ़ाया जाता था।
किताब लिखने की प्रेरणा को लेकर किए गए सवाल पर लेखक खांडेकर ने बताया कि जब उन्हें इस विषय पर लिखने के लिए कहा गया, तो शुरुआत में वो चकित रह गए, लेकिन जब उन्होंने इसके बारे में रिसर्च करना शुरू किया तो पता चला कि सिंधिया राजघराने के बारे में कितना कुछ लिखा जा चुका है, लेकिन अभी भी बहुत कुछ लिखा जाना बाकी है।
लेखक खांडेकर ने कहा कि वो सिंधिया ही थे, जो ट्रेन और तकनीक को ग्वालियर तक लेकर आए थे। इस दौरान उन्होंने महादजी सिंधिया को पूरे राजघराने का हीरो बताया और रानोजी के बारे में भी कई बातें लिखी हैं। उन्होंने बताया कि सिंधिया परिवार में ज्यादातर लोगों की मौत 50 साल की उम्र से पहले ही हो गई थी, सिंधिया परिवार में माधवराव ही पहले ऐसे पुरुष थे जिसने 50 साल की उम्र को पार किया।