CM शिवराज के भाषण के दौरान बिजली गुल, BJP कार्यालय में भी पावर कट

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Rahul Garhwal
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CM शिवराज के भाषण के दौरान बिजली गुल, BJP कार्यालय में भी पावर कट

Bhopal. भोपाल में सिविल सर्विस डे पर प्रशासन अकादमी के कार्यक्रम में बिजली गुल हो गई। पावर कट उस वक्त हुआ जब सीएम शिवराज भाषण दे रहे थे। सीएम एक कहानी सुनाने वाले थे और इसी बीच बिजली गुल हो गई। सीएम के कार्यक्रम में बिजली गुल होने के कुछ घंटे बाद ही बीजेपी कार्यालय में भी पावर कट हो गया। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा की प्रेस कॉन्फ्रेंस से पहले बिजली गुल हो गई। वहीं कांग्रेस ने मध्यप्रदेश में बिजली संकट को लेकर सरकार पर तंज भी कसा।




— TheSootr (@TheSootr) April 21, 2022



बिजली गुल होने के बाद भी बोलते रहे सीएम



प्रशासन अकादमी के कार्यक्रम में पावर कट होने पर सीएम शिवराज ने मजाकिया अंदाज में ऊर्जा विभाग के प्रमुख सचिव संजय दुबे के बारे में पूछा। सीएम शिवराज ने कहा कि कोयले का संकट है। कल ही संजय बोल रहे थे कि ज्यादा रैक दिलवा दो। सीएम शिवराज ने बिजली गुल होने के बाद भी बोलना जारी रखा। कार्यक्रम में करीब 10 मिनट से ज्यादा बिजली गुल रही।



बीजेपी कार्यालय में भी पावर कट



मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में बिजली गुल होने के कुछ ही घंटे बाद बीजेपी कार्यालय में पावर कट हो गया। कार्यालय में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा प्रेस कॉन्फ्रेंस करने वाले थे लेकिन उससे पहले ही बिजली गुल हो गई।




— TheSootr (@TheSootr) April 21, 2022



बिजली संकट पर कांग्रेस ने साधा निशाना



सीएम के कार्यक्रम में बिजली गुल होने पर प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने ट्वीट करके तंज कसा। उन्होंने लिखा- सिविल सेवा दिवस पर प्रशासन अकादमी में मामाजी के संबोधन के दौरान काफी देर तक बिजली हुई गायब, माइक भी बंद। मामाजी ने कोयला संकट का भी जिक्र किया ?। प्रदेश में बिजली संकट को समझा जा सकता है। बीजेपी कार्यालय में पावर कट होने के बाद नरेंद्र सलूजा ने दूसरा ट्वीट किया। उन्होंने लिखा- प्रशासनिक अकादमी में मुख्यमंत्री के कार्यक्रम के दौरान 10 मिनट बिजली गुल होने के बाद अब भाजपा कार्यालय में प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा की पीसी के ठीक पहले बिजली हुई गुल ?। प्रदेश में गहराता बिजली संकट। जिम्मेदारों को जनता का दर्द अब पता चलेगा।



2 हजार मेगावाट कम मिल रही बिजली



MP में कोयले की कमी से बिजली संकट गहराता ही जा रहा है। कई जिलों में घंटों अघोषित बिजली कटौती की जा रही है। ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर कह चुके हैं कि मध्यप्रदेश को 12 हजार मेगावाट बिजली की जरूरत है। रोज 10 हजार मेगावाट बिजली मिल रही है जिसकी वजह से कई जिलों में कटौती की जा रही है। इसका मतलब ये हुआ कि जब तक 2 हजार मेगावाट बिजली कम मिलेगी, इसी तरह बिजली कटौती होती रहेगी। 


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