भोपाल. कल यानी 8 मार्च को वित्तमंत्री जगदीश देवड़ा मध्यप्रदेश का बजट पेश करेंगे। इससे पहले सरकार ने मंगलवार को आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट जारी की। इस रिपोर्ट में प्रदेश के आर्थिक हालातों की जानकारी पेश की गई। रिपोर्ट में बताया कि प्रदेश की सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में भी बढ़ोत्तरी हुई है। सकल घरेलू उत्पाद में 19. 24 फीसदी और स्थिर भाव पर 10.12 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई है। मौजूदा वित्तीय वर्ष में एक लाख 64 हजार 677 करोड़ रुपए की आय अनुमानित है, जो पिछले साल की तुलना में 20 प्रतिशत अधिक है। सरकार को खनिजों से इस बार 36 प्रतिशत अधिक राजस्व मिला है।
रिपोर्ट की खास बातें: बताया गया कि 2021-22 में प्रचलित भाव पर प्रति व्यक्ति शुद्ध आय एक लाख 24 हजार 685 रुपए हो गई है, जो वर्ष 2020-21 में एक लाख चार हजार 894 रुपए थी। राज्य सरकार का प्राथमिक घाटा 35 हजार 806.91 करोड़ से घटकर 29 हजार 995.41 करोड़ हो गया है। कृषि वस्तुओं के थोक भाव और उपभोक्ता मूल्य सूचकांकों में वृद्धि हुई है। सभी कृषि वस्तुओं के थोक भाव सूचकांक में 4.85 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। इसी अवधि में खाद्यान्न् सूचकांक में 2.37 और अखाद्यान्न् सूचकांक में 2.87 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। समर्थन मूल्य पर रिकार्ड 45.86 लाख मीट्रिक टन धान का उपार्जन किया गया। इसी अवधि में गेहूं 128.16 लाख मीट्रिक टन खरीदा गया।
6 लाख नए बेरोजगार: एक साल के अंदर 6 लाख बेरोजगार बड़े हैं। 2020 में बेरोजगारों की संख्या 24.72 लाख थी। ये 2021 में बढ़कर 30.23 लाख हो गई। यानी 6 लाख नए बेरोजगार हो गए हैं। MSME में रोजगार के अवसर बढ़े। रिपोर्ट में बताया गया कि जून 2021 तक 1.91 लाख लोगों को रोजगार मिला। वहीं, स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार हुआ है। सड़क और सिंचाई क्षेत्र में प्रगति हुई है।
साल 2020-21 में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उदयोगों में 5178 करोड़ रूपए की पूंजी निवेश हुई। प्रदेश में अंडों और मास के उत्पादन के साथ उसकी खपत बढ़ने की भी जानकारी शामिल की गई। रिपोर्ट में अंडो के उत्पादन में 11.44 फीसदी वृद्धि बताई गई। मांस में भी 9.20 फीसदी की वृद्धि दर्ज हुई है। वहीं, प्रदेश सरकार ने केंद्र सरकार से 2 हजार करोड़ रुपए की मांग की है। ये राशि जून और सितंबर 2021 में ग्वालियर-चंबल संभाग में आई भीषण बाढ़ से प्रभावित लोगों की मदद के लिए मांगी गई है।