फरीद शेख, Khargone. खरगोन में रामनवमी के हर्षोउल्लास के बीच हुए पथराव -आगजनी ने शहर को 23 दिन कर्फ़्यू में झोंक दिया। यही नहीं न केवल लगातार 23 दिन का कर्फ़्यू शहर के इतिहास में पहली बार रहा, बल्कि ईद , अक्षय तृतीया ,परशुराम जयंती ,हनुमान जन्मोत्सव जैसे त्यौहार भी कर्फ़्यू के साये में होने से धार्मिक स्थलों पर कहीं ताले, तो कहीं बेरिकेट्स से बन्द किये गए। शहर में भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती के साथ ही ड्रोन और सीसीटीवी कैमरों से नजर रखी जा रही है। कर्फ़्यू के 23 वें दिन कोई छूट नहीं मिलने से मुस्लिम त्यौहार ईद पर ईद की नमाज़ घरों पर हुई , मुस्लिम समाज जनों ने घर परिवार के सदस्यों को गले मिल कर ईद मुबारक की ,सिवईयां से मुंह मीठा किया। तो वहीं हिन्दू पर्व अक्षय तृतीया और परशुराम जयंती पर भी घरों में ही पूजा पाठ की गई। बधाई देने का काम सोशल मीडिया पर हुआ। शहर में किसी तरह के आयोजन की अनुमति नहीं मिली।
खरगोन में संगीनों के साये में मनाई गई ईद, परशुराम जयंती पर भी घरों में हुई पूजा, चप्पे-चप्पे पर पुलिसबल तैनात, ड्रोन से रखी जा रही नजर। @CMMadhyaPradesh @ChouhanShivraj @drnarottammisra @JansamparkMP @DGP_MP @CollecterK #khargon pic.twitter.com/nwl38TDsXF
— TheSootr (@TheSootr) May 3, 2022
शहर को बनाया छावनी
शहर के चप्पे-चप्पे पर पुलिस की तैनाती की गई है। इसके लिए करीब 1500 जवानों का पुलिसबल लगाया गया है। इसके साथ ही प्रशासन द्वारा शहरभर में ड्रोन के जरिये नजर रखी जा रही है।
संभाग कमिश्नर ने संभाली कमान
बता दें कि ईद- अक्षय तृतीय और परशुराम जयंती के मद्देनजर खरगोन की कानून व्यवस्था की कमान खुद कमिश्नर डॉ पवन शर्मा और आईजी राकेश गुप्ता ने संभाल रखी है। इसको लेकर दोनों अधिकारियों ने खरगोन में डेरा डाल लिया है।
बातचीत के बाद लिया फैसला
एसडीएम मिलिंद ढोके का कहना है कि, शहर के सभी वर्गों के गणमान्य लोगों से प्रशासन के अधिकारियों द्वारा बातचीत की गई है। जिसमें सभी ने एकराय होकर मंगलवार को कर्फ्यू लगाने पर सहमति जताई है। इसी बाद प्रशासन ने मंगलवार को कर्फ्यू में किसी तरह की ढील न देने का निर्णय लिया गया है।