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GWALIOR News. डिजीटल बैंकिंग के नाम बुजुर्गों को अपना शिकार बनाने वाले एक गैंग शहर में सक्रिय है । अमूमन यह गैंग एटीएम बूथ के आसपास सक्रिय रहता है और डिजिटल बैंकिंग में कम जानकारी रखने वालों को इसी कमजोरी का फायदा उठाकर ठगते हैं । ऐसा ही एक मामला कल फिर दर्ज हुआ।
ऐसी ही एक घटना सोमवार को तानसेन रोड पर डेबिट कार्ड से रूपए निकालने एटीएम पर पहुंचे एक वृद्ध के साथ फिर हुई है। पड़ाव थाने में इसकी एफ आइ आर दर्ज की है, लेकिन आरोपियो का फिलहाल कोई सुराग नहीं लगा है। पुलिस सीसीटीवी कैमरों के आधार पर पड़ताल कर रही है।
ये हुई घटना
तानसेन नगर में रहने वाले 83 वर्षीय सोबरन खरे अपना डेबिट कार्ड लेकर रूपए निकालने के लिए तानसेन रोड स्थित स्टेट बैंक आफ इंडिया के ए टी एम बूथ पर गए थे। वह ए टी एम् बूथ पर रूपए निकालने के लिए लाइन में लगे थे। तभी एक युवक आया, उसने बोला अभी सर्वर डाउन है। उसने उन्हें बातों में उलझाया, उनसे डेबिट कार्ड लिया और दूसरा डेबिट कार्ड थमा दिया। उन्हें कुछ समझ ही नहीं आया। कुछ देर बाद उनके खाते से 25 हजार रूपए निकल गए। मेसेज आया तब इन्हें पता लगा। फिर उन्होंने परिजनों के साथ ग्वालियर थाने पहुंचकर एफ आइ आर दर्ज कराई।
एक सप्ताह में ये दूसरी घटना है । एक सप्ताह में इस तरह की यह दूसरी घटना है। इससे पहले मुरार में ए टी एम बूथ पर रूपए निकालने 70 वर्षीय रिटायर्ड फौजी गये था। बजाज खाने का रहने वाला मनोज परमार फौज से रिटायर्ड है। वह बैंक आफ इंडिया के ए टी एम बूथ पर गया था। यहां से दो युवक उसे बातों में उलझाकर डेबिट कार्ड बदल ले गए और खाते से रूपए निकाल लिए। फिर उसने खाता व कार्ड ब्लाक करवाया।यह गैंग ए टी एम बूथ पर आने वाले बुजुर्ग, कम पढ़े लिखे लोग, महिलाओं पर नजर रखते हैं। यह लोग मदद के बहाने, सर्वर बंद होने के बहाने बुजुर्गों को अपने झांसे में लेते है, गोपनीय पिन पूछ लेते हैं, डेबिट कार्ड बदलकर ठगी करते।
आरोपियों की तलाश जारी
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि हमारी सायबर टीम लगातार इस पर काम कर रही है और क्राइम ब्रांच घटनास्थलों के आसपास के सीसीटीवी कैमरों के फुटेज के आधार पर आरोपियो की शिनाख्त और उनकी गिरफ्तारी के प्रयास में जुटी है।