राजीव उपाध्याय, JABALPUR. जबलपुर में आज यानी 10 अगस्त (बुधवार) को नगर निगम सदन (Municipal House) में अध्यक्ष (Chairman) और अपील समिति (Appeals Committee)के चुनाव (elections) हैं। बीजेपी-कांग्रेस (BJP-Congress) दोनों तरफ से पूरी तैयारियों वाले तेवर हैं। वहीं प्रशासन भी शांति पूर्ण ढंग से चुनाव कराने की तैयारी में है। बीजेपी ने जहां किसी प्रकार की हॉर्स ट्रेडिंग (horse trading) से बचने के लिए पार्षदों को होटल में रुकवाया। वहीं कांग्रेस को निर्दलीय पार्षदों पर भरोसा है।
बीजेपी ने की पार्षदों की बाड़ाबंदी
कहते हैं कि कर्म एक बार पलटकर जरूर सामने आ जाते हैं और सामने खड़े होकर व्यक्ति को अहसास दिला देते हैं कि भूतकाल में उससे क्या गलती हुई है। दरअसल बीते कुछ साल में घोड़े खरीदने यानि हॉर्स ट्रेडिंग में बीजेपी इतनी पारंगत हो चुकी है कि वो पूरा का पूरा तबेला खरीद लेने की दम रखती है। लेकिन पार्टी विद डिफरेंस (party with difference)वाली बीजेपी अब खुद की बारी आने पर अपने घोड़ों का हांका लगाने में भी कोई कसर नहीं छोड़ रही है। ताजा मामला जबलपुर का है जहां नगर निगम अध्यक्ष के चुनाव के पहले बीजेपी ने एहतियात के तौर पर अपने पार्षदों की बाड़ाबंदी के लिए सभी पार्षदों को एक होटल में ले जाकर ठहरा दिया।
शपथ ग्रहण के साथ ही हो गई पार्षदों की बुकिंग
सूत्रों का कहना है कि शपथ ग्रहण समारोह (Oath taking ceremony) से पहले रविवार को ही बीजेपी के सभी पार्षदों को ये इत्तला दे दी गई थी कि शपथ ग्रहण में अपने घर से कपड़े और जरूरत का सभी सामान साथ लेकर पहुंचे। समारोह के बाद सभी पार्षदों को बस में बैठाकर तिलहरी स्थित एक होटल में पहुंचाया गया। होटल में अध्यक्ष पद के एक दावेदार समेत कुछ बीजेपी नेताओं ने पार्षदों की आगवानी की। सूत्रों की मानें तो होटल में रात को सांसद ने पार्षदों को संबोधित भी किया है, जिसमें पार्षदों को पूरे 5 साल कांग्रेस का किस प्रकार विरोध करना है ये भी बताया गया। इस दौरान सभी से पार्टी के साथ रहने और किसी प्रकार के प्रलोभन में न फंसने के लिए कहा गया है।
अयोध्या तिवारी पर कांग्रेस ने खेला दांव
कांग्रेस ने अध्यक्ष पद के लिए अयोध्या तिवारी को खड़ा कर दिया है। दरअसल महापौर के शपथ ग्रहण समारोह में कांग्रेस पार्षदों के साथ कुल 34 पार्षदों ने शपथ ली थी। माना यही जा रहा है कि ये पूरे के पूरे 34 पार्षद कांग्रेस को ही समर्थन देंगे। ऐसे में यदि कांग्रेस 6 बीजेपी पार्षदों से क्रॉस वोटिंग कराने में कामयाब हो जाती है तो नगर निगम में अध्यक्ष भी कांग्रेस का बन सकता है।
पार्षद के पतियों को भी रखा गया दूर
सूत्रों की मानें तो होटल में केवल ऐसी महिला पार्षद जिनके बच्चे छोटे हैं, उन्हें ही सास या किसी महिला परिजन को साथ रखने की छूट दी गई है। वहीं पार्षद पतियों को भी घर पर ही रहने को कहा गया है। 10 अगस्त को ये सभी पार्षद होटल से ही निगम सदन पहुंचाए जाएंगे।