Jabalpur. पर्यावरण संरक्षण के लिए अनेक कंपनियां अब कागजों के कम से कम प्रयोग को बल दे रही हैं। इसी कड़ी में अब बिजली कंपनियां भी आगे आई हैं, ये और बात है कि बिजली कंपनियों के नवाचार से हर बार परेशान केवल उपभोक्ता ही होता है। इस नवाचार के तहत अब उपभोक्ताओं को बिजली का बिल कागज के फर्रे पर नहीं बल्कि सीधे मोबाइल पर मिलेगा। कंपनी का मानना है कि इस फैसले से कंपनी काफी ज्यादा मात्रा में कागज बचाएगी।
अभी पोर्टेबल प्रिंटर से घर-घर दिया जाता है बिल
मीटर रीडिंग के बाद बिजली बिल दिए जाने की वर्तमान व्यवस्था में मीटर रीडर की डिवाईस एप से कनेक्ट रहती है। रीडर मोबाइल से मीटर की डिजिट का फोटो निकालकर एप में भेजता है और पोर्टेबल प्रिंटर से बिल प्रिंट होकर उपभोक्ता को दे दिया जाता है। नई व्यवस्था में एप द्वारा सीधे उपभोक्ता के मोबाइल पर बिल की पीडीएफ फाइल एसएमएस के जरिए भेज दी जाएगी।
कभी छोटा तो कभी बड़ा हुआ बिजली बिल का पन्ना
मध्यप्रदेश विद्युत मण्डल समय-समय पर अपने बिजली बिल का आकार बदलता रहा है। 90 के दशक में उपभोक्ताओं को तार के साइज का बिजली बिल थमाया जाता था। बाद में मण्डल के निजीकरण के समय ए फोर साइज के बिजली बिल दिए जाने लगे। वर्तमान में रोलर पेपर द्वारा रसीद के साइज के बिल दिए जा रहे हैं।
नई व्यवस्था के लिए यह करना होगा
फिलहाल यह व्यवस्था ऑप्शनल ही रखी जाएगी, जिन उपभोक्तओं को यह व्यवस्था पसंद हो उन्हें अपना मोबाइल नंबर स्मार्ट बिजली एप, बिजली कार्यालय में दर्ज करवाना होगा। जिसके बाद अगले माह से उन्हें इस सेवा का लाभ मिल जाएगा।