Gwalior. ग्वालियर लोकायुक्त ने रोजगार सहायक को एक लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है। लोकायुक्त ने यह कार्रवाई शिवपुरी की नरवर में की है। बताया जा रहा है कि सिरला गांव में रहने वाले असीम खान ने गौशाला का निर्माण किया था। इस निर्माण कार्य के बिल के भुगतान को लेकर रोजगार सहायक नरेंद्र रिश्वत मांगी गई थी। इससे पहले भी रोजगार सहायक बिल के भुगतान पर कमीशन लेता था। लेकिन अब उसके अपने कमीशन को यह कहते हुए बढ़ा दिया है कि महंगाई दोगुनी बढ़ गई है। इसलिए कमीशन भी दोगुना लगेगा। परेशान असीम ने इसकी शिकायत ग्वालियर लोकायुक्त से की। लोकायुक्त ने शिकायत सही पाए जाने पर रोजगार सहायक को ट्रैप करते हुए रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है।
रोजगार सहायक ने 4 से 7 फीसदी किया कमीशन
फरियादी असीम का कहना है कि रोजगार सहायक पहले बिल के भुगतान पर चार फीसदी कमीशन लेता था। लेकिन अब वह 10 फीसदी कमीशन की मांग करने लगा। जैसे-तैसे वह सात फीसदी पर माना। रोजगार सहायक ग्राम पंचायत सिरला नरेंद्र सिंह सोलंकी 30 लाख रुपए के भुगतान एवं मजदूरी के मस्टर अपलोड करने के एवज में 2 लाख 17 हजार कमीशन की मांग कर रहा था।
यह होती है रोजगार सहायक की जिम्मेदारी
आपको बता दें कि पंचायत रोजगार सहायक प्रशासन और ग्रामीणों के बीच में ब्रिज का काम करता है। इसके साथ ही पंचायत में आने वाले गांवों के विकास में रोजगार सहायक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसके साथ ही गांव के लोगों की समस्याओं को सुनकर या फिर उनका मुआयना करके समस्याएं प्रशासन तक पहुंचाने की जिम्मेदारी होती है।
चाट के ठेले पर ली थी रिश्वत
इस मामले में खास बात ये रही कि आरोपी ने फरियादी को पैसे देने जब बुलाया तो वो चाट के ठेले पर खड़ा था। उसने वही एक लाख रुपए लिए तो उसे लोकायुक्त टीम ने वहीं दबोच लिया।