GWALIOR. अपनी अतरंगी कार्यशैली के लिए चर्चित रहने वाले ग्वालियर विधानसभा क्षेत्र के विधायक और मध्य प्रदेश सरकार के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर आज फिर एक अलग रंग में दिखाई दिए। ग्वालियर की बदहाल सड़कों के चलते बीजेपी अपनी मेयर की गँवा चुकी तो अब उन्हें भी चिंता होने लगी। वे दस दिन का अल्टीमेटम देकर पिछली बार लौट गए थे लेकिन आज जब वे फिर सड़कें देखने पहले जैसीं ऊबड़ -खाबड़ ही दिखीं तो पहले तो वे अफसरों पर गुस्सा दिखाने के लिए अपनी चप्पलें फेंककर नंगे पांव ही निरीक्षण करने निकल पड़े।
इन सड़कों का निरीक्षण करने गए
तोमर के विधानसभा की सड़कें सबसे बदहाल हैं। अब जनता का गुस्सा भी बढ़ने लगा तो उन्हें भी चिंता सताने लगी क्योंकि अगले साल विधानसभा के चुनाव हैं। वे दस भी सड़कों की बदहाली देखने निकले थे और उन्होंने दस दिन में इन्हें ठीक करने का अल्टीमेटम दिया था। आज वे फिर सड़कें देखने निकले। उन्होंने सबसे पहले लक्षमण तलैया की सड़क का काम देखा। यहाँ सब कुछ पुराने जैसा ही था तो वे अफसरों पर गुस्सा हुए। इसके बाद वे गेंडे वाली सड़क देखने गए तो वहां की हालत और भी खराब मिली तो उनका पारा चढ़ गया। नाराजी में उन्होंने अपने पाँव से चप्पल उतारकर फेंक दी और फिर नंगे पांव ही आगे का निरीक्षण करने निकल पड़े। अधिकारियों और समर्थकों ने उनसे आग्रह भी किया कि वे चप्पलें पहन लें लेकिन वे कुछ नहीं बोले नंगे पांव ही आगे बढ़ गए।