GWALIOR: ऊर्जा मंत्री का शहर बिजली कटौती से बेहाल ,मंत्री ने माना हाँ कटौती समस्या बनी

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Dev Shrimali
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GWALIOR: ऊर्जा मंत्री का शहर बिजली कटौती से बेहाल ,मंत्री ने माना हाँ कटौती समस्या बनी

GWALIOR News. मध्यप्रदेश के बिजली मंत्री का अपना शहर ग्वालियर घोषित और अघोषित बिजली कटौती से बेहाल है। यहाँ भयंकर उमस का सीजन है।  मानसून की बारिस आयी नहीं है ऐसे में कई - कई घंटों की लम्बी बिजली कटौती ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है। अब तो लोग सरे आम कहने लगे हैं कि ग्वालियरवासियों को ऐसी बिजली कटौती तो तब भी नहीं झेलनी पड़ी जब  दिग्विजय सिंह का राज था जबकि वर्तमान में तो ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ही ग्वालियर के हैं। ख़ास बात ये कि अब तो स्वयं तोमर भी सार्वजनिक रूप से स्वीकार करने को मजबूर है कि कटौती से लोगों को दिक्क्त है।



पॉश  इलाकों में चार - चार घंटे की कटौती



पहले  कहा गया   था कि जहाँ से ज्यादा रेवेन्यू आएगी वहां पर किसी तरह की बिजली कटौती नहीं होगी जबकि यह दावा पूरी तरह से झूठा साबित हुआ है। सिटी सेण्टर,शारदा,विहार ,गोविन्द पुरी ,गाँधी रोड,अनुपम नगर,द्वारिकापुरी जैसे इलाके शहर में सबसे पॉश माने जाते हैं लेकिन कल ही इन समेत लगभग चार लाख की आवादी वाले इलाकों में भीषण उमस के बीच लगातार चाहर -चार घंटे  की बिजली कटौती रही। हालत ये हुए कि घरों के इन्वर्टर भी बंद हो गए और इन इलाकों में संचालित होने वाले कारपोरेट दफ्तर में भी लोग उमस के चलते काम नहीं क्र सके बल्कि कम्यूटर भी बंद हो गए।



एक माह में एक ही इलाके में दो बार मेंटिनेंस



 सामान्यतौर पर एक इलाके में वर्ष में ज्यादातर दो बार ही मेंटिनेंस किया जाता है। यह मानसून से पूर्व और दीवाली के पहले होता है लेकिन ऊर्जा मंत्री के शहर में अफसर हर माह में दो बार मेंटिनेंस कर रहे हैं। इसकी बजह मेंटिनेंस नहीं बल्कि इसकी आड़ में उनका असली मकसद बिजली काटना है। इसके अलावा शहर के अलग - अलग हिस्सों में हर रोज दो से तीन घंटे की अघोषित कटौती की जाती है और ट्रिपिंग के कारण तो बत्ती गुल होती ही रहती है।



पौने चार अरब फूंके ,नतीजा उलटा



ऊर्जा विभाग ने ग्वालियर में लोगों को बगैर अवरोध के बिजली मिले इसके लिए आरआरडीएस योजना तैयार की और लगभग 375 करोड़ रूपये की इस योजना से ग्वालियर में काम भी शुरू किये गए। विगत दिनों ही इससे लगभग पांच करोड़ रूपये के टेंडर और जारी हुए। इसी के तहत ऊर्जा मंत्री अपने विधानसभा क्षेत्र में 132 केवी क्षमता का नए  सब स्टेशन का लोकार्पण भी कर  चुके हैं इस मौके पर अधिकारियों ने दावा किया था कि इसकी बजह से फूलबाग सब  स्टेशन पर लोड कम होगा जिससे लोगों को निर्वाध चौबीसों हंट बिजली मिल सकेगी। यकीन हो उल्टा रहा है ,बिजली कटौती और बढ़ गयी।



फ़ैल हुए मोनोपॉल के दावे



सरकार ने मोनोपॉल का जोरशोर से प्रचार किया था। चार साल पहले इसके तहत महलगांव से सिटी सेंटर होते हुए फूलबाग तक चार किलोमीटर लम्बी मोनोपॉल बिजली लाइन डाली गयी थी।  इसके भव्य शुभारम्भ के मौके पर दावा किया गया था कि जब एक सामान्य बिजली की लाइन बंद होगी या कोई फॉल्ट आएगा तो मोनोपॉल से बिजली आपूर्ति को भाल रखा जा सकेगा लेकिन जिस तरह से लोगों को अंधाधुंध बिजली कटौती झेलनी पड़ रही है उसने इन सभी दावों और प्रयासों के कागजी होने का ही विश्वास जताया है।



सबसे ज्यादा दिक्क्तें ऊर्जा मंत्री के क्षेत्र में



ऊर्जा मंत्री तोमर उप नगर ग्वालियर विधानसभा क्षेत्र से विधायक है और हालत ये है कि बिजली कटौती का सबसे बड़ा दंश स्वयं उनके अपने विधानसभा क्षेत्र के निवासी ही झेल रहे हैं। कुछ महीने पहले तोमर ने सेवा नगर में एक सब स्टेशन का उद्घाटन किया था लेकिन उसके बावजूद सेवा नगर,लोहा मंडी,द्वारिकापुरी ,ख्वाजा खानून,श्रुति एन्क्लेव ,प्रेम नगर,फूलबाग,और लक्ष्मीबाई कॉलोनी जैसे इलाको में हर दिन कोई न कोई बहना बनाकर घंटों बिजली कटौती होती है। लक्ष्मी बाई कॉलोनी में दो बड़े निजी अस्पताल हैहैं जबकि यह आईआईटी और जेईई आदि की कोचिंग का सबसे बड़ा हब है। बिजली कटौती के चलते बच्चों की पढ़ाई भी अवरुद्ध हो रही है। उप नगर ग्वालियर में होने वाली बिजली कटौती के कारण जहाँ क्षेत्र में अपराधियों की गतिविधयां बढ़ीं है बल्कि चोरों के निशाने पर भी शहर आ गया है।  चार शहर का नाका क्षेत्र में राधा विहार कॉलोनी में बिगत रात्रि 11 बजे बिजली चली गयी।  उमस से परेशान लोग घरों से बाहर निकलकर  कहीं  सड़कों पर तो कहीं  खुली छत पर बाथ गए। यही के निवासी भूरा प्रजापति और नरेंद्र बाथम का परिवार भी छत पर जाकर लेट गया। चार घंटे बाद जब बिजली आयी और वे लोग नीचे पहुंचे तो उनके पैरों के नीचे से जमीन खिसक गयी ,चोर उनके घर का सामान समेटकर जा चुके थे।



मंत्री ने माना कटौती से समस्या है



उधर ऊर्जा मंत्री तोमर ने मीडिया में सार्वजानिक रूप से स्वीकार किया कि बिजली कटौती की समस्या ज्यादा बढ़ गई है। वे कहते हैं - जो सत्य है उसे स्वीकार करने में हमें कोई दिक्क्त नहीं है क्योंकि जब हम सत्य स्वीकारेंगे तभी समस्या का समाधान होगा।  उनका दावा है कि हर महीने होने वाले मेंटिनेंस की बजह से ट्रिपिंग कम हुई है लेकिन इसे लेकर हम प्लान को रिवाइज करेंगे। हम भरोसा दिलाते हैं कि कुछ ही दिनों में हर तरह की बिजली कटौती को हम काबू में कर लेंगे।


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