Guna. गुना में जलावर्धन योजना के तहत कार्य कर रही एक प्राइवेट कंपनी के कार्यालय-गोदाम से 35 लाख रुपए के नलजल योजना में लगने वाले उपकरणों की चोरी होने का मामला सामने आया है। ये चोरी कार्यालय में कंपनी के पहरेदारों की तैनाती के रहते हुई जो चर्चा का विषय है। जलावर्धन योजना के तहत गोपीकृष्ण डैम में अहमदाबाद की पीसी स्नेहहिल प्राइवेट कंपनी काम कर रही है। गोपीकृष्ण डैम रुठियाई में कंपनी का गोदाम है जिसमें वो जलावर्धन योजना के कार्य में आने वाले लाखो रुपयों के उपकरणों का स्टॉक रखती है जिसे योजना अंतर्गत जरूरत अनुसार सप्लाई किया जाता है।
खाली कार्टून से हुआ चोरी का शक
इस कंपनी के नलजल योजना के सामानों की चोरी का मामला उस समय सामने आया जब कम्पनी के प्रोजेक्ट मैनेजर देवेश सिंह को डैम के पास सड़क पर सामानों के कार्टून पड़े दिखाई दिए। मैनेजर को संदेह हुआ तो उन्होंने चेक किया। कार्टून पूरी तरह से खाली पाए गए।
स्टॉक चेक करने पर खाली में मिले ज्यादातर कार्टून
प्रोजेक्ट मैनेजर देवेश जब कम्पनी के डैम पर बने कार्यालय-गोदाम में डिब्बे के खाली पड़े मिलने पर पड़ताल और स्टॉक चेक करने पहुंचे तो पता चला कि ज्यादातर कार्टून खाली थे। उसमें से नल, टोंटी, फेरूल ओर मीटर सहित अन्य सामानों को गायब करके खाली डिब्बों को पैक करके उसी जगह पर रख दिया गया था। करीब 35 लाख रुपए के उपकरणों के गायब होने की बात सामने आई।
रुठियाई चौकी में नहीं लिखी गई रिपोर्ट
इतनी बड़ी चोरी होने पर प्रोजेक्ट मैनेजर ने कंपनी के कर्मचारियों और पहरेदारों से पूछताछ की लेकिन संतोषजनक जवाब नहीं मिला। प्रोजेक्ट मैनेजर रुठियाई चौकी में रिपोर्ट लिखवाने पहुंचे लेकिन शिकायत नहीं लिखी गई। उनसे कहा गया कि बड़ी चोरी है आप गुना जाओ। प्रोजेक्ट मैनेजर देवेश सिंह ने बताया कि 21 मई को चोरी की घटना का खुलासा हुआ था लेकिन अब तक रिपोर्ट दर्ज नहीं की गई है। 25 मई को एसपी से शिकायत की थी लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। अब तक FIR नहीं लिखी गई है।
क्या कह रही है पुलिस ?
जब रुठियाई पुलिस चौकी प्रभारी भदौरिया से चोरी के बारे में बात की गई तो उनका कहना था कि कंपनी के कर्मचारियों ने चोरी की घटना का वक्त सही नहीं बताया। मामला संदिग्ध है, फिलहाल जांच चल रही है और पूछताछ की जा रही है। जल्द ही FIR दर्ज कर ली जाएगी।