Jabalpur. जबलपुर नगर निगम में 18 वर्ष पहले भी कांग्रेस का मेयर और बीजेपी का अध्यक्ष बने थे,यही इस बार भी हो रहा है। इस चुनाव में बीजेपी के 44 पार्षद और कांग्रेस के 26 पार्षद जीते हैं। इससे अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष बीजेपी का होगा। इससे सदन में प्रस्ताव पास कराना कांग्रेस के लिए आसान नहीं होगा।
इतिहास हुआ रिपीट
कांग्रेस से मेयर पंडित विश्वनाथ दुबे के कार्यकाल में अध्यक्ष पद बीजेपी के राजकुमार मेहता को मिला था और नेता प्रतिपक्ष सदानंद गोडबोले बने थे। उस दौरान भी सदन में बीजेपी के पार्षद कांग्रेस से अधिक थे।
प्रस्ताव पास कराना मुश्किल
बीजेपी नेता और नगर निगम के पूर्व अध्यक्ष राजकुमार मेहता का कहना है कि इस तरह की परिस्थिति में जबकि सदन में विपक्ष का बहुमत हो, किसी भी प्रस्ताव को पास कराना थोड़ा मुश्किल होता हैं। एमआईसी से प्रस्ताव सदन में लाना पड़ेगा वहां इसे पास कराने कांग्रेस को मशक्कत करनी पड़ेगी।क्योंकि उनके पास बहुमत नहीं है। पूर्व मेयर पंडित विश्वनाथ दुबे के कार्यकाल में नेता प्रतिपक्ष रहे सदानंद गोडबोले का कहना है कि यह दूसरी बार ऐसा हो रहा कि मेयर कांग्रेस का है लेकिन बहुमत विपक्ष के पास है। इस स्थिति में आपसी सामंजस्य के साथ सदन चलाना जरूरी है।