Jabalpur. साम्राज्यवादी और उपनिवेशवादी व्यवस्थाओं को खत्म करने समय-समय पर कई बड़े फैसले पहले भी लिए जा चुके हैं। अब इस कड़ी में जबलपुर संभाग के संभागायुक्त बी चंद्रशेखर का नाम भी जुड़ गया है। कमिश्नर साहब ने अपनी अदालत का पूरा इंटीरियर बदलते हुए एक नवाचार किया समता के सिद्धांत के पालन के लिए अपनी अदालत की ऊंचाई घटाकर उसे समतल कर दिया। जिसके चलते अब पीठासीन अधिकारी, वकील और पक्षकार सभी के लिए समान बैठक व्यवस्था करवा दी है। उनका यह परिवर्तन क्रांतिकारी माना जा रहा है और यही उम्मीद भी की जा रही है कि इसका पालन बाकी जगहों पर भी होगा।
उच्च स्थान पर बैठते हैं पीठासीन अधिकारी
संभागायुक्त बी चंद्रशेखर की यह पहल प्रदेश का पहला और शायद देश का भी इकलौता उदाहरण है। देश के सभी न्यायालयों में एक विशिष्ट प्रकार की बैठक व्यवस्था होती है। चाहे वह सिविल न्यायालय हो या फौजदारी या फिर राजस्व न्यायालय, सभी में पीठासीन अधिकारी एक उच्च स्थान पर बैठते हैं और पक्षकार, वकीलों को निचले स्थान पर बैठने की जगह मिलती है। इसके अलावा सभी को खड़े रहकर ही अपनी बातें रखनी होती हैं। कभी-कभी कार्यवाही में घंटों लग जाते हैं ऐसे में बुजुर्ग पक्षकार और वकीलों के लिए यह व्यवस्था पीड़ादायी भी हो जाती है।
यह व्यवस्था हमारे बुजुर्गों के लिए
संभागायुक्त बी चंद्रशेखर का कहना है कि इसे मात्र प्रतीकात्मक समानता माना जाए। हालांकि यह प्रतीकात्मक होते हुए भी महत्वपूर्ण है और भविष्य के लिए यह पहल एक उदाहरण प्रस्तुत करेगी। साथ ही उन्होंने कहा कि यह व्यवस्था हमारे बुजुर्गों के लिए भी एक तरह का सम्मान है।