BETUL. आम तौर पर बच्चों को स्कूल (Schoo) तक लाने और वापस ले जाने की जिम्मेदारी उनके परिजनों होती है या फिर बच्चे खुद ही अपने स्कूल आते-जाते हैं लेकिन बैतूल (Betul) की एक ऐसी अनोखी टीचर हैं जो हर दिन अपने स्कूल के बच्चों (Children) को स्कूल लाने खुद उनके घर तक जाती हैं और स्कूल की छुट्टी होने के बाद उन्हें वापस घर तक छोड़कर भी आती हैं...इस बात पर यकीन करना थोड़ा मुश्किल जरूर है..लेकिन इसे सच कर दिखाया है टीचर अरुणा महाले (Aruna Mahale) ने जिन्हें गांव के बच्चे स्कूटी वाली मैडम के नाम से जानते हैं । अरुणा पिछले 7 साल से ये काम करते आ रही हैं..वो हर रोज 17 बच्चों को इसी तरह से पढ़ातीं हैं...लेकिन स्कूटी (Scooty ) वाली मैडम ऐसा करती हैं, आप खुद उनकी जुबानी सुनिए...