Gwalior. लंबी जद्दोजहद के बाद आखिरकार बीजेपी (BJP) ने वुधवार की शाम ग्वालियर नगर निगम में मेयर पद के लिए श्रीमती सुमन शर्मा (Suman Sharma) को अपना उम्मीदवार (candidate ) घोषित कर दिया । लेकिन दावेदारों की लंबी कतार और पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के बीच चले टकराव के कारण खराब हुआ माहौल अब बीजेपी के लिए चुनौती भी बन गया है । सुमन शर्मा के सामने सबसे बड़ी चुनौती उन नेताओं के मन मे पड़ी गांठ निकालना है जो उनकी जगह खुद के लिए टिकट चाहते थे। इस दरार को पाटने के लिए सुमन शर्मा आज सुबह से ही ऐसे दावेदारों के घर परिक्रमा करती नजर आईं।
माया,खुश्बू और समीक्षा के घर गई
श्रीमती सुमन शर्मा ने नामांकन भरने से पहले नाराज नेताओं की नाराजी दूर करने से अपने अभियान की शुरुआत की । मेयर पद की सबसे सशक्त दावेदार केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया(Jyotiradity scindia) की दादी श्रीमती माया सिंह (maya singh) थी। वे राज्यसभा सदस्य और मंत्री के अलावा बीजेपी के अनेक प्रांतीय और राष्ट्रीय पदों पर रह चुकी है। सिंधिया परिवार से जुड़े होने के कारण उनका नाम आगे था लेकिन पार्टी द्वारा तय 70 वर्ष से ऊपर के क्राइटेरिया में उलझने से उनका नाम कट गया। सुमन आज सबसे पहले जयविलास पैलेस स्थित उनके आवास पर मिठाई का डिब्बा लेकर गईं । उन्होंने माया सिंह और उनके पति ध्यानेन्द्र सिंह से आशीर्वाद लिया।
जिठानी -देवरानी से भी मिलीं
इसके बाद वे दूसरी दावेदार पूर्व महापौर श्रीमती समीक्षा गुप्ता (Sameeksha Gupta)के हेमसिंह की परेड स्थित आवास पर पहुंची और उनसे तथा उनके ससुर वरिष्ठ बीजेपी नेता नरेश गुप्ता से समर्थन मांगा। यहां से निकलकर वे इसी मकान के दूसरे हिस्से में रहने वाली समीक्षा की देवरानी पूर्व पार्षद और महिला मोर्चा की पूर्व अध्यक्ष खुशबू गुप्ता से भी मिलीं । वे भी मेयर के टिकट की दावेदार थीं। खुश्बू और समीक्षा में पटरी नही बैठती।
अध्यक्ष के घर भी मिलने पहुंची
सुमन शर्मा बीजेपी के जिला अध्यक्ष कमल माखीजानी(Kamal Makhijani ) के बालाबाई बाज़ार स्थित आवास पर मिलने पहुंची। वे साथ मे मिठाई का डिब्बा भी लेकर गईं । उन्होंने उन्हें व उनकी पत्नी को मिठाई खिलाई और टिकट को लेकर कृतज्ञता ज्ञापित की । इसके बाद दोनो ने नामांकन और प्रचार अभियान शुरू करने की रणनीति पर भी विचार किया। इसके बाद वे संघ से जुड़े कुछ प्रमुख लोगों से मिलने उनके घर भी गईं।