GWALIOR.ग्वालियर में मेडिकल कॉलेज के छात्रों द्वारा एक एक आईपीएस अधिकारी के साथ की गयी बदसलूकी के मामले में पुलिस ने लगभग दस मेडिकल स्टूडेंट की शिनाख्त आरोपी के रूप में कर ली गयी है और अब इनके खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज किया गया। इस बीच जुड़ा भी हड़ताल करने की रणनीति बनाने में जुट गया है। हालांकि अभी तक इसकी कोई औपचारिक घोषणा नहीं की गयी है लेकिन उनके सोशल मीडिया पर कुछ फोटो वायरल हो रहे हैं जिनमें मारपीट के निशान है और आरोप लगाया जा रहा है कि पुलिस जिन स्टूडेंट को पकड़कर ले गयी उनकी निर्ममतापूर्वक पिटाई की गयी है।
इन पर हुई एफआईआर
पुलिस अधीक्षक अमित सांघी ने बताया कि सीएसपी और पुलिस के गश्ती दल के साथ मेडिकल छात्रों द्वारा की गयी बदसलूकी और शासकीय काम में बाधा डालने आदि धाराओं में थाना झांसी रोड में दस लोगों के खिलाफ गनमैन की शिकायत पर आपराधिक प्रकरण दर्ज हुआ है जिनमें गजराराजा मेडिकल क्लेज में पढ़ने वाले छात्र विकास,धीरज,विवेक,सयरमल,निर्मल,गोविन्द,अमित,मोहन और विवेक जाटव के नाम हैं। थाने के अनुसार इनके खिलाफ धारा 353,147,148,294 तथा 336 IPC में केस दर्ज किये गए हैं।
ये हुई थी घटना
पुलिस अधीक्षक अमित सांघी ने बताया कि भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी और वर्तमान में सीएसपी मुरार ऋषिकेश मीणा अपनी गाड़ी से रात लगभग तीन बजे रात्रि गश्त पर निकले थे। मेडिकल कॉलेज के पास उन्हें एक ईको स्पोर्ट्स गाडी खड़ी दिखी। रात्रि गश्त में कोई भी संदिग्ध वाहन मिलता है तो उसमें बैठे लोगों से पूछताछ की जाती है। इसी दृष्टि से मीणा ने भी गाड़ी रोकी और उनके पीएसओ (गनमैन)ने उतरकर गाडी के शीशे को नोक कर अंदर बैठे व्यक्ति से खिड़की खोलकर बात करने का इशारा किया। गाड़ी में शराब की बोतलें भी दिख रहीं थीं। लेकिन उसने खिड़की खोलने की जगह तेज स्पीड में गाडी को आगे बढ़ा दिया।
मेडिकल हॉस्टल में घुस गया युवक
इसके बाद सीएसपी ने भी उस गाड़ी का पीछा किया तो गाडी पास के ही मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल में जाती हुई दिखी। मीणा ने भी अपनी गाडी उसी के पीछे लगा दी और वे भी हॉस्टल में घुस गए। वे युवक से पूछताछ करना चाहते थे लेकिन पता चला कि वह सीनियर रेजिडेंट डॉक्टर है उसने वहां मीणा के साथ बदतमीजी शुरू कर दी और कॉल करके हॉस्टल से कुछ और छात्रों को बुला लिया। चूंकि मामला सीनियर रेजिडेंट से जुड़ा था सो जूनियर डॉक्टर भी उत्तेजित हो गए और वे भी गाली गलौज और बदतमीजी पर उतर आये। उन्होंने गैनमैन और ड्रायवर के साथ मारपीट भी की और मोबाइल और गाड़ी की चाबी भी छीन ली। बताया गया कि इस दौरान सीनियर रेजिडेंट डॉक्टर और जूनियर डॉक्टर्स ने आईपीएस मीणा के साथ भी झूमाझटकी और बदतमीजी की।
बड़ी संख्या में पुलिस ने घेरा मेडिकल कॉलेज
इसके बाद मीणा ने जैसे -तैसे यह सूचना पुलिस कंट्रोल रूम को दी और यह सूचना मिलते ही आला अफसर से लेकर कनिष्ठ पुलिस अफसर तक मेडिकल हॉस्टल की तरफ दौड़े क्योंकि मामला आईपीएस जुड़ा था। थोड़ी ही देर में पूरे शहर का पुलिस फ़ोर्स पूरे साजो सामान के मेडिकल कॉलेज के आसपास जुटा और पूरे कॉलेज और सभी हॉस्टलों को घेर लिया और पूरी तैयारी के बाद पुलिस ने इन हॉस्टल में प्रवेश किया।
छतों से कूदे मेडिकल स्टूडेंट
पुलिस से चारो तरफ घिरा देखकर गजराराजा मेडिकल कॉलेज के स्टूडेंट बुरी तरह घबरा गए क्योंकि ज्यादातर को तो रात की घटना के बारे में पता ही नहीं था। पुलिस रेड के बाद जो वीडियो आये उसमें स्टूडेंट घबरा रहे थे । महिला स्टूडेंट की चीख - पुकार भी सुनाई दे रही थी और कुछ लोग छत से कूदने की कोशिश कर रहे थे जबकि कुछ उनसे ऐसा करने से मना कर रहे थे।
छावनी में तब्दील हुआ पूरा इलाका
आज सुबह जब सड़क पर आवागमन शुरू हुआ तो मेडिकल कॉलेज,मेडिकल हॉस्टल से लेकर जयारोग चिकित्सालय तक का पूरा इलाका छावनी में तब्दील हो चुका था। लोगों की समझ नहीं आ रहा था कि माजरा क्या है। इस बीच एसएसपी अमित सांघी और सभी अन्य आला अफसर भी पूरी तैयारी के साथ मौके पर डटे हुए थे और फिर पुलिसने एकसाथ हॉस्टल में प्रवेश कर सर्चिंग शुरू की और आधा दर्जन से ज्यादा संदेही मेडिकल स्टूडेंट को हिरासत में लिया गया। पुलिस ने बड़ी मशक्क्त के बाद गटर से मोबाइल और गाडी की चाबी बरामद कर ली गयी थी ।
बीयर की बोतलें भी मिलीं
पुलिस का कहना है कि हॉस्टल में काफी आपत्तिजनक सामान भी मिला जिनमें बीयर और शराब की भरी और खाली बोतल भी शामिल है हालांकि अभी तक बरामदगी को लेकर पुलिस ने आधिकारिक तौर पर सिर्फ चाबी और मोबाइल रिकवरी होने की ही बात कही है। एसएसपी ने कहा कि यह दोनों चीजें रिकवर हो गयी है और कुछ लोगों को भी पकड़ा है जिन पर पूछताछ और शिनाख्तगी के बाद वैधानिक कार्यवाई होगी।
मेडिकल कॉलेज और पुलिस ऑफिसर की बैठक
घटना की सूचना मिलते ही मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ आरकेएस धाकड़ ,वरिष्ठ चिकित्सक डॉ नामधारी सहित सभी हॉस्टल वार्डन मौके पर पहुंच गए थे और उन्होंने अफसरों से बातचीत की। लेकिन वहां बातचीत नहीं हो सकी तो सभी एसपी ऑफिस पहुंचे और फिर पलिस कंट्रोल रूम में लम्बी बैठक भी हुई। बैठक में हुई बातचीत का ब्यौरा तो नहीं मिल सका लेकिन बैठक से निकले तो डीन डॉ धाकड़ ने कहाकि रात को पुलिस को एक सीनियर रेजिडेंट डॉक्टर हॉस्टल के पास ही मिले थे उनसे आईपीएस मीणा के साथ कुछ गलतफहमी हुई और इसके बाद जो कुछ हुआ वह ठीक नहीं है लेकिन उम्मीद है इसका हल निकाल लिया जाएगा। उनका कहना है कि कभी कभी जोश में ऐसी बात हो जाती है। एसएसपी का कहना है कि डॉक्टर्स ने भविष्य में ऐसी कोई घटना की पुनरावृत्ति न होने का आश्वासन दिया है लेकिन इस बैठक के बाद पुलिस द्वारा दस चिकित्सा छात्रों को नामजद करने के बाद लगता है यह विवाद अभी थमेगा नहीं बल्कि और बढ़ेगा।