नकली रेमडेसिविर: SIT ने 1311 पन्ने का चालान पेश किया, 190 गवाह, 11 आरोपी बनाए गए

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नकली रेमडेसिविर: SIT ने 1311 पन्ने का चालान पेश किया, 190 गवाह, 11 आरोपी बनाए गए

जबलपुर में शुक्रवार को SIT ने नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन के मामले में 1311 पन्नों की चार्जशीट कोर्ट में पेश की। इस चार्जशीट में 11 लोगों पर गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज हुआ है। SIT ने 190 गवाह और 100 से अधिक जब्ती को 07 कार्टून में भरकर कोर्ट में पेश किया। SIT ने न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम अनुजा श्रीवास्तव की कोर्ट में चार्जशीट पेश की। इसके बाद इस चार्जशीट को जिला न्यायाधीश की कोर्ट में पेश किया जाएगा। यहां 13 अगस्त को मामले की अगली सुनवाई होगी।

मोखा समेत 11 आरोपियों पर केस

चार्जशीट में सिटी अस्पताल के डायरेक्टर सरबजीत मोखा को मुख्य आरोपी बनाया गया है। जबलपुर पुलिस की अनुशंसा पर कलेक्टर ने मोखा पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के तहत कार्रवाई की थी। जिसे तीन महीने के बाद बढ़ा दिया गया है। एसआईटी ने मोखा के अलावा उसकी पत्नी जसमीत कौर, बेटा हरकरण मोखा, मैनेजर सोनिया खत्री, दवा कर्मी देवेश चौरसिया, इंजेक्शन खरीदने वाला सपन जैन, इंदौर में MR राकेश शर्मा, दलाल इंदौर निवासी सुनील मिश्रा, नकली इंजेक्शन बनाने वाले फार्मा के एमडी कौशल वोरा और पुनीत शाह, इंजेक्शर का रैपर तैयार करने वाला गुजरात निवासी नागेश उर्फ नागूजी आरोपी हैं। 

मोखा के इशारे पर हुआ था सारा खेल

एसआईटी ने मोखा के इशारे पर इंजेक्शन खरीदने से लेकर अस्पताल में लगवाने, पोल खुलने पर उसे नष्ट कराने और बचने के लिए कम्प्यूटर बिल में हेरफेर करने के प्रमाण पेश किए गए हैं। एसआईटी ने नकली इंजेक्शन से जान गंवाने वाले मृतकों के परिजन के भी बयान दर्ज किए है। 

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