हरीश दिवेकर, Indore. छोटे राजनीतिक दलों के नाम पर आयकर छूट का लाभ लेने और ब्लैक मनी को व्हाइट कराने का धंधा इंदौर में जोरों पर चल रहा है। हाल ही में इंदौर में आयकर विभाग ने 3 हजार ऐसे लोगों को नोटिस जारी किए हैं जिन्होंने छोटे राजनीतिक दलों को दिए चंदे की रसीद लगाकर आयकर में छूट ली है। बताया जा रहा है कि ये राशि 500 करोड़ से ज्यादा की है। दरअसल राजनीतिक दलों को दी गई चंदे की राशि पर आयकर छूट मिलती है। छोटे राजनीतिक दल ये राशि लेकर अपना 10 से 15 फीसदी कमीशन काटकर सामने वाले को राशि लौटा देते हैं। वहीं दल इस राशि का उपयोग राजनीतिक कार्यक्रम रैली आदि करने में बताते हैं।
कब हुआ मामले का खुलासा
इस मामले पूरा खुलासा बीते साल नवंबर 2021 में इंदौर की एक बड़ी खनन कंपनी के यहां हुए आयकर छापे से हुआ था। इस दौरान एंट्री देने वालों के यहां भी टीम पहुंची थी और कई फर्जी कंपनियों के साथ ही राजनीतिक दलों के नाम पर बनी चंदे की रसीद कट्टे भी मिले थे। इसके बाद विभाग ने इन दलों के नाम पर छूट लेने वाले करदाताओं की पहचान करने के लिए संबंधित अधिकारियों को कहा था। इसके बाद इनकी पहचान कर ये नोटिस जारी हो रहे हैं। एंट्री देने के खेल में आयकर विभाग इंदौर में अभी तक शरद दरक और सीए हेमंत दांगी के यहां जांच कर चुकी है। दरक से लोन लेने वाली कई कंपनियों के यहां पहले ही नोटिस जा चुके हैं। विभाग ने नवंबर 2021 में दांगी से भी लंबी पूछताछ की थी और इनके भी बयान लिए जा चुके हैं।
मध्यप्रदेश में गैर मान्यता प्राप्त 107 अपंजीकृत राजनीतिक दल
मध्यप्रदेश चुनाव आयोग की वेबसाइट पर मिली जानकारी के मुताबिक मध्यप्रदेश में 119 राजनीतिक दल रजिस्टर्ड हैं। इसमें 5 नेशनल पार्टी, 7 राज्य स्तरीय मान्यता प्राप्त दल और शेष 107 गैर मान्यता प्राप्त दल हैं। इसमें से कई ने आड़िट रिपोर्ट सबमिट नहीं की है, कई दलों के तो पते भी फर्जी मिले हैं।
NGO भी कर रहे फर्जीवाड़ा
चेरिटेबल ट्रस्ट और NGO सहित कई तरह के संस्थाओं को आयकर में छूट का प्रावधान है। इसका फायदा कई लोग कर चोरी में उठा रहे हैं। इन नोटिसों मे सामने आया है कि इंदौर के दो NGO आधार फाउंडेशन और ऑल इंडिया सोशल एजुकेशन चेरिटेबल ट्रस्ट ने भी इस तरह से फर्जी दान लिया है। इन्हें दान देने वालों को मिली छूट भी रडार पर है। NGO को दिए गए 100 रुपए दान में से 50 फीसदी पर आयकर छूट ली जाती है।