सुनील शर्मा, भिंड. अमायन थाना पुलिस और सायबर टीम ने तीन आरोपियों को पकड़ा है। गिरफ्तार हुए आरोपियों के पास से 10 लाख से अधिक कीमत के नकली नोट बरामद हुए हैं। ये नोट 2000 रुपए और 200 रुपए के थे। पुलिस को आरोपियों के पास से कलर प्रिंटर, नकली नोट के कागज और कटर मशीन मिली है। एसपी शैलेंद्र सिंह चौहान का कहना है कि आरोपी यह रकम गुजरात में खपा रहे थे। पुलिस इस पूरे मामले की जांच कर रही है।
यह है पूरा मामला: एसपी शैलेंद्र सिंह चौहान ने मीडिया को बताया कि 25 मार्च को मुखबिर से सूचना मिली कि अमायन थाना क्षेत्र में नकली नोट बनाए जा रहे हैं। सूचना के मुताबिक थाना प्रभारी दीपेंद्र सिंह यादव और साइबर सेल की टीम दल बल के साथ मौके पर पहुंची। वहां पर तीन आरोपी नजर आए। पुलिस ने घेराबंदी कर तीनों को पकड़ लिया। आरोपी के पास से पुलिस ने 10 लाख पांच हजार के नकली नोट बरामद किए। पूछताछ की गई तो आरोपितों ने पुलिस को बताया है कि वे लंबे समय से नकली नोटों का कारोबार कर रहे हैं। 30 हजार असली नोटों के बदले पांच लाख के नकली नोट देते हैं।
पुलिस रैकेट की जांच कर रही: आरोपी 2000 और 200 रुपए के नोट बनाते हैं। डिमांड आने पर 500 रुपए का नोट भी छापते हैं। एसपी ने बताया कि नकली नोटों की गड्डी में आरोपी कुछ असली नोट मिलाकर गुजरात में सप्लाई कर रहे थे। पुलिस रैकेट के बारे में छानबीन कर रही है। पूर्व में भी इन आरोपियों को नकली नोटों के मामले में गिरफ्तार किया था। जेल से छूटने के बाद दोबारा से नकली नोटों के कारोबार में लग गए।