शेख रेहान, खंडवा. एक ओर मध्यप्रदेश सरकार किसानों के हितों की बात करती है, वहीं दूसरी ओर सरकार के मुलाजिम अन्नदाता के साथ बदसलूकी कर रहे हैं। खंडवा के जामली कला गांव में एक बुजुर्ग किसान को भू अभिलेख कार्यालय से धक्के मारकर निकाला जाता है क्योंकि वो फसल बीमा की राशि की मांग कर रहा था। किसान को फसल बीमा की राशि नहीं मिली है, फसल बर्बाद होने से किसान बेहद परेशान है। बुजुर्ग रामसिंह करीब 20 दिनों से सरकारी दफ्तरों के चक्कर लगा रहा है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। हद तो तब हो गई जब किसान को भू अभिलेख कार्यालय के कर्मचारियों ने धक्के मारकर बाहर निकाल दिया। अपनी आपबीती सुनाते हुए किसान रामसिंह फूट-फूटकर रो पड़ा।
खंडवा के भू-अभिलेख कार्यालय में किसान से बदसलूकी
फसल बीमा की राशि मांगने पर धक्के मारकर निकाला, आपबीती सुनाते हुए फूट-फूटकर रो पड़ा किसान।
मप्र के कई किसानों कोे नहीं मिली फसल बीमा की राशि।#MadhyaPradesh #kisan pic.twitter.com/f0Ml6TRJpK
— TheSootr (@TheSootr) March 24, 2022
भारतीय किसान संघ ने किया हंगामा: बुजुर्ग किसान के साथ हुई बदसलूकी के बाद भारतीय किसान संघ ने भू अभिलेख कार्यालय पहुंचकर हंगामा किया। किसान नेताओं ने भू अभिलेख कार्यालय के कर्मचारियों को खूब खरी-खोटी सुनाई, इसके साथ ही कार्यालय के गेट को बंद कर दिया। हंगामे के बाद भारतीय किसान संघ के पदाधिकारियों ने अपर कलेक्टर से शिकायत की। किसान नेताओं ने भू अभिलेख अधीक्षक पर कार्रवाई की मांग की है।
कई किसानों को नहीं मिला फसल बीमा: रामसिंह अकेला किसान नहीं है, जिसे फसल बीमा की राशि नहीं मिली। ऐसे कई किसान हैं जो फसल बीमा की राशि के लिए सरकारी कार्यालयों और बैंकों के चक्कर लगाने पर मजबूर हैं। एक तरफ सरकार सिंगल क्लिक के जरिए फसल बीमा की राशि किसानों के खातों में पहुंचाने का दावा करती है, लेकिन दूसरी तरफ बेचारे अन्नदाता अपने हक के पैसों के लिए दर-दर की ठोकरें खाने पर मजबूर हो जाते हैं। बीमा की राशि नहीं मिलने पर भारतीय किसान संघ ने 29 मार्च को विरोध प्रदर्शन करने की चेतावनी दी है।