Umaria. उमरिया के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में फिल्मकारों की एक टीम की मनमानी जारी है। फिल्मकार सारे नियमों को दरकिनार करके मनमानी कर रहे हैं। वे बाघों की गुफा के सामने ही भारी-भरकम कैमरों के साथ शूटिंग कर रहे हैं। पूरा दिन जंगल में ही गुजार रहे हैं। बाघों के शावकों को इतने ज्यादा मानवीय हस्तक्षेप से खतरा हो सकता है। कैमरों से निकलने वाली हानिकारक किरणें शावकों की सेहत पर बुरा प्रभाव डालती हैं।
क्या कहते हैं नियम
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के नियमों के मुताबिक बाघों की मौजूदगी वाली गुफा के करीब जाना प्रतिबंधित है। गुफा के आसपास 15 मिनट से ज्यादा वक्त तक एक ही जगह पर रहने पर भी पाबंदी है। इसके साथ ही गुफाओं में कैमरा लगाने पर भी प्रतिबंध है। फिल्मकार सारे नियमों का मखौल उड़ा रहे हैं।
बांधवगढ़ प्रबंधन ने जब्त किए थे कैमरे
फिल्मकारों की टीम की मनमानी को देखते हुए बांधवगढ़ प्रबंधन ने उनके कैमरे जब्त किए थे। प्रबंधन ने फिल्मकारों पर नियमों के उल्लंघन के आरोप लगाए थे। इसके बाद प्रबंधन ने फिल्कारों के भारी-भरकम कैमरे जब्त कर लिए थे। गुफाओं और दूसरी जगहों से कैमरे हटा दिए गए थे।
फिल्मकारों के सामने झुका प्रबंधन
बांधवगढ़ प्रबंधन ने कैमरे तो जब्त कर लिए, लेकिन फिल्मकारों के रसूख के आगे प्रबंधन को झुकना ही पड़ा। बांधवगढ़ प्रबंधन को फिल्मकारों के कैमरे वापस करने पड़े। बांधवगढ टाइगर रिजर्व के उप वन संचालक ललित भारती ने बताया कि फिल्मकारों को बोला गया था कि सूचना देने के बाद ही कैमरे लगाएं। इसलिए बिना सूचना दिए लगाए गए कैमरों को हटा दिया गया। बांधवगढ़ प्रबंधन के अधिकारियों पर फिल्मकारों के लिए अन्य सुविधाएं अवैध तरीके से मुहैया कराने के आरोप भी लगे हैं।
सख्त कार्रवाई की जरूरत
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में बाघों के शावकों की सुरक्षा के लिए प्रबंधन को सख्त कदम उठाने चाहिए। फिल्मकार नियमों के मुताबिक शूटिंग करें, इसके लिए प्रबंधन को सख्त कार्रवाई करने की जरूरत है।