13 हजार शिक्षकों की भर्ती होगी, कर्मचारियों का DA बढ़ा,जानें बजट की 15 खास बातें

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Aashish Vishwakarma
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13 हजार शिक्षकों की भर्ती होगी, कर्मचारियों का DA बढ़ा,जानें बजट की 15 खास बातें

भोपाल. आज यानी 9 मार्च मध्यप्रदेश विधानसभा बजट सेशन का तीसरा दिन है। वित्तमंत्री जगदीश देवड़ा ने 2022-23 का बजट पेश किया। बजट भाषण के दौरान कांग्रेस ने जमकर हंगामा किया। हंगामे के बीच ही देवड़ा ने अपना भाषण पूरा किया। 1 घंटा 26 मिनट लंबे इस बजट भाषण में देवड़ा ने कई घोषणाएं की है। प्रदेश का कुल बजट 2 लाख 79 हजार 237 करोड़ रुपए का है। 55 हजार 111 करोड़ का राजकोषीय घाटा। बजट में देवड़ा ने 13 हजार नए शिक्षकों की भर्ती का ऐलान किया है। वित्तमंत्री ने बताया कि किसानों को 1 लाख 72 हजार करोड़ रुपए की सहयोग राशि दी गई है। 



पढ़िए लाइव अपडेट्स....




  • मध्यप्रदेश के साढ़े सात लाख सरकारी कर्मचारियों के लिए बड़ी घोषणा की है। सरकारी कर्मचारियों का महंगाई भत्ता 20 फीसदी से बढ़ाकर 31 फीसदी किया जाएगा। 


  • पीपीपी मॉडल के तहत 217 इलेक्ट्रॉनिक व्हिकल चार्जिंग स्टेशन बनेंगे। ये स्टेशन भोपाल, इंदौर, जबलपुर शहर में लगेंगे। 

  • सरकार लाड़ली लक्ष्मी योजना का विस्तार करेगी। इसके लिए सरकार उच्च शिक्षा के लिए भी वित्तीय सहायता देगी। 41 लाख बालिकाओं को इस योजना का लाभ मिला है। जन्म के समय 1000 बेटों की तुलना में बेटियों की संख्या 956 हो गई है। 

  • 12 करोड़ 47 लाख रुपए कॉलेजों में वर्चुअल क्लास के लिए दिए गए। 18 से कम के वर्ष के बच्चों के लिए चाइल्ड बजट में रहेगा प्रावधान। मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना फिर से शुरू।

  • भोपाल स्थित ताजमहल, रीवा का गोविंदगढ़ किला, छतरपुर का राजगढ़ पैलेस निजी निवेशकों को दिया जाएगा। 

  • 7000 करोड़ रुपए से अधिक लागत से 360 सीएम राइज स्कूल बनाए जा रहे हैं।

  • तेंदुपत्ता संग्राहकों को लाभांश की राशि 70% से बढ़ाकर 75% करने का फैसला किया है। 15 जनजाति कन्या विद्यालयों को नए भवनों में संचालित करने का लक्ष्य है। आजीविका के नए अवसर मिले, इसके लिए कंप्यूटर प्रशिक्षण कौशल केंद्र का निर्माण किया जाएगा। 

  • ओबीसी युवाओं के रोजगार के लिए 50 करोड़ दिए का प्रावधान।

  • अजा वित्त विकास निगम यानी SC के लिए 40 करोड़ का प्रावधान किया गया है।

  • मनरेगा में रोजगार के लिए 3500 करोड़ रुपए का प्रावधान। घर-घर पशु चिकित्सा की सुविधा मिलेगा।

  • बजट में मुख्यमंत्री कारीगर उन्नयन कौशल योजना प्रस्तावित है। आईटीआई संस्थाओं में राष्ट्रीय स्तर पर मध्य प्रदेश अग्रणी है। 

  • स्वसहायता समूहों के लिए 1,100 करोड़ रुपए का प्रावधान है। यह 2021-22 के बजट के मुकाबले 100% अधिक है। 

  • अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तैयार हो रहा ग्लोबल स्किल पार्क। स्वरोजगार के लिए 28 लाख 63 हजार लोगों को 14 हजार 556 करोड़ रुपए का लोन देंगे। 

  • वित्त मंत्री ने कहा कि बिजली में 21 हजार करोड़ की सब्सिडी दी गई। 13000 शिक्षकों की नियुक्ति की जाएगी। हमारा टारगेट 4000 किमी सड़कें बनाना हैं।

  • अटल प्रगति पथ का काम शुरू हो चुका। ग्रामीण अंचलों में विकास की गति बढ़ी। किसान प्रदेश के अन्नदाता है। किसान प्रदेश के भाग्य विधाता है। किसानों को 1 लाख 72 हजार करोड़ की सहयोग राशि। फसलों की जीआईटैग दिलाने की कोशिश करेंगे। 

  • शिवराज ने कहा कि जनता बजट सुनना चाहती है इसलिए जितना चाहे विरोध कर ले। बजट भाषण होने दे यदि बजट भाषण नहीं होने देंगे तो कांग्रेस की छवि भी अच्छी नहीं बनेगी। जवाब में सज्जन वर्मा ने कहा कि प्रदेश को तीन लाख करोड़ के कर्जे में डुबो दिया।




  • — Jansampark MP (@JansamparkMP) March 9, 2022



    सीएम शिवराज सिंह चौहान ने दी बधाई: मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश आत्मनिर्भर भारत बनाने में अपना पूरा योगदान दे रहा है। राज्य सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) 19.74 फीसदी पहुंच गई है। देश में आज अर्थव्यवस्था की दृष्टि से हम प्रगति कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मैं वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा को बधाई देता हूं। मध्य प्रदेश आज सकल घरेलू उत्पाद 11 लाख 79 हजार 4 करोड़ हो गया है। बजट में सभी क्षेत्र का ध्यान रखा है। अधोसंरचना पर मध्य प्रदेश 50% बजट खर्च करेगा। 



    आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट: सरकार ने 8 मार्च को आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट जारी की। इस रिपोर्ट में प्रदेश के आर्थिक हालातों की जानकारी पेश की गई। रिपोर्ट में बताया कि प्रदेश की सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में भी बढ़ोत्तरी हुई है। सकल घरेलू उत्पाद में 19. 24 फीसदी और स्थिर भाव पर 10.12 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई है। मौजूदा वित्तीय वर्ष में एक लाख 64 हजार 677 करोड़ रुपए की आय अनुमानित है, जो पिछले साल की तुलना में 20 प्रतिशत अधिक है। सरकार को खनिजों से इस बार 36 प्रतिशत अधिक राजस्व मिला है। साथ ही बताया गया कि एक साल के अंदर 6 लाख बेरोजगार बड़े हैं। 2020 में बेरोजगारों की संख्या 24.72 लाख थी। ये 2021 में बढ़कर 30.23 लाख हो गई। यानी 6 लाख नए बेरोजगार हो गए हैं। MSME में रोजगार के अवसर बढ़े।  



    MP में चाइल्ड बजट की पहल: चाइल्ड बजट की व्यवस्था देश के कई राज्यों में पहले से है। ऐसे में एमपी अब ये पहल करने जा रहा है। दरअसल इस समय करीब 2 दर्जन विभाग बच्चों के कल्याण के लिए योजनाएं चला रहे हैं। लेकिन इन विभागों का फोकस योजनाओं की राशि को खर्च करने में ज्यादा होता है। इस पर नहीं होता कि इसका लाभ हितग्राहियों को मिल सके। पहली कैटेगरी ऐसे विभाग की योजनाएं है, जिसमें 100 फीसदी खर्च बच्चों पर होता है। दूसरी कैटेगरी में वो योजनाएं जिसमें कम से कम 30 फीसदी बच्चों पर खर्च होता है। जिन योजनाओं में बच्चों पर 30 फीसदी से कम खर्च हो रहा है वो चाइल्ड बजट में नहीं होगी। अधिकारियों के मुताबिक चाइल्ड बजट को आउटकम बेस्ड बजटिंग के तौर पर लाया जा रहा है। जिससे इसके बेहतर नतीजे मिलेंगे। महिला एवं बाल विकास के डायरेक्टर रामराव भोंसले ने बताया कि हम आउटकम बेस्ड बजट पर बात कर रहे हैं। हम पहले आउटकम तय कर लें कि यदि बच्चों पर राशि खर्च कर रहे हैं तो उसका आउटकम कितना आ रहा है। जैसे कुपोषण पर काम कर रहे हैं तो कितने बच्चे सुपोषित हो रहे हैं, इस पर बात की जाएगी। 


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