मध्यप्रदेश में लगातार बारिश के कारण चंबल नदी भी उफान पर आ गई है। मुरैना में चंबल खतरे के निशान से 5. 25 मीटर ऊपर है। कोटा बैराज से बुधवार को 2 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। जिसके कारण चंबल संभाग में बाढ़ से हालत खराब हो गए है। कोटा बैराज के पानी की वजह से मुरैना के 89, भिंड के 25 और श्योपुर के 25 गांव बाढ़ की चपेट में हैं। इसके अलावा सिंध नदी भी उफान पर है। सिंध नदी से शिवपुरी, दतिया बाढ़ के केंद्र बने हुए हैं।
सेना और प्रशासन का रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
प्रदेश में 1261 गांव बाढ़ की चपेट में है। अभी तक 6220 लोगों को रेस्क्यू करके निकाला गया है। चंबल और ग्वालियर संभाग के जिलों में SDRF की 29 टीमें, NDRF की 6 टीमें और आर्मी के 4 कॉलम रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटे हुए हैं।
प्रदेश में 24 घंटे में बारिश के हाल
मौसम विभाग ने बुधवार को गुना और श्योपुर में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इसके अलावा राजगढ़, आगर, नीमच, मंदसौर, अशोकनगर, शिवपुरी, ग्वालियर, दतिया, भिंड और मुरैना में यलो अलर्ट जारी किया है। मौसम पूर्वानुमान के मुताबिक ग्वालियर, चंबल संभाग के कुछ जिलों के अलावा सागर, रीवा, होशंगाबाद, उज्जैन, इंदौर, जबलपुर और शहडोल में रिमझिम बारिश हो सकती है।