Damoh. ग्रामीण क्षेत्रों में बेटियों की पढ़ाई में कहीं कोई बाधा उत्पन्न हो इसके लिए शासन द्वारा छात्रावास की सुविधा भी उपलब्ध कराई है। वहां उन्हे रहने खाने के साथ पढ़ाई की सुविधा भी उपलब्ध रहती है, लेकिन यहां मौजूद कर्मचारियों के द्वारा इन छात्राओं के साथ अमानवीयता की जाती है। ऐसा ही मामला दमोह ब्लाक के टोरी कस्तूरबा गांधी बालिका छात्रावास में सामने आया। जहां छात्राओं को सड़े अनाज से बना भोजन दिया जाता है जिसकी शिकायत करने मंगलवार को छात्राएं कलेक्टर के पास पहुंची और अपर कलेक्टर नाथूराम गाैंड को एक आवेदन दिया। इस मौके पर भगवती मानव कल्याण संगठन के सदस्यों की भी मौजूदगी रही।
कलेक्ट्रेट पहुंची छात्राओं ने कई गंभीर आरोप लगाते हुए बताया कि इस छात्रावास में विभिन्न गांव की बालिकाएं कक्षा छटवी से 12वी तक कीकक्षाओं में पढ़ाई करती हैं। छात्रावास की वार्डन द्वारा सड़े अनाज का भोजन खिलाया जाता है। छात्रावास अधीक्षक दीप्ति द्वारा उन्हे परेशान किया जाता है। साथ ही छात्रावास के कर्मचारी छात्राओं के साथ अभद्रता करते हैं। कोरोना काल में शासन द्वारा 24 क्विंटल गेहूं छात्राओं को वितरण करने के लिए दिया था, लेकिन वह वितरित नहीं किया गया व अनाज आज भी छात्रावास में रखा हुआ है। उसी अनाज से भोजन बनाया जा रहा है।
डीपीसी से छात्राओं ने अपनी शिकायत दर्ज कराई थी, लेकिन उन्होंने इस ओर ध्यान नहीं दिया। छात्राओं ने मांग की है कि नए छात्रावास में कक्षा नौ से 12वी तक की छात्राओं को ठहराया जाये । इस दौरान बड़ी संख्या में छात्राओं की मौजूदगी रही।