Khandwa. मध्य प्रदेश के वन मंत्री विजय शाह ने राष्ट्रीय किशोर कुमार सम्मान को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि राष्ट्रीय किशोर कुमार सम्मान को वो खंडवा लाए थे इससे पहले यह भोपाल में आयोजित होता था। उन्होंने कहा पिछले कई सालों से यह सम्मान किसी भी गायक को नहीं दिया है जबकि सम्मान समारोह पार्श्व गायक किशोर कुमार के नाम से दिया जाता है । दरअसल पिछले 2 साल से कोविड-19 के चलते राष्ट्रीय किशोर कुमार सम्मान आयोजित नहीं हो पाया है। वन मंत्री ने गुरुवार रात किशोर कुमार के जन्मदिन पर एक कार्यक्रम में संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश के संस्कृति मंत्री से बात की है। खंडवा की भावनाओं को देखते हुए किशोर अलंकरण सम्मान गायन क्षेत्र के व्यक्ति को भी दिया जाये, साथ ही उन्होंने एक बात बड़ी बात यह भी कही उन्होंने कहा राष्ट्रीय किशोर कुमार सम्मान उन्हीं लोगों के दिया जाएगा जो लोग यहां खंडवा आकर ले सकें जो खण्डवा नहीं आ सकते वो कैंसल। उन्होंने कहा नये कलाकारों को सम्मान मिलना चाहिए पुराने कलाकारों को लगता है 2 लाख 5 लाख छोटी सम्मान राशि है इसलिए वो नहीं आते। उन्होंने कहा अब तक यह राष्ट्रीय किशोर कुमार सम्मान गायन क्षेत्र में नहीं मिला इसलिये अब यह संम्मान गायन क्षेत्र में मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमने शासन से बात की है जिसे भी किशोर कुमार सम्मान मिले उसे खंडवा आकर लेना होगा नही तो केंसल इन सब बातों को आगे ले जाएंगे और बात करेंगे । दरअसल कई कलाकारों ने सम्मान तो लिया लेकिन खण्डवा नहीं आये। कुछ को तो मुंबई में जाकर सम्मान दिया गया जिससे आमजन की नाराजगी देखते हुये मंत्री अब मुख्यमंत्री से मिलकर अपनी बात रखेंगे कि जो खण्डवा आकर सम्मान लेगा उसे सम्मान दिया जाए। वन वन मंत्री ने मंच से पब्लिक से भी पूछा कि क्या आप मेरी बात से सहमत हैं पब्लिक की सहमति जताने के बाद उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री और संस्कृति मंत्री से इसको लेकर बात करेंगे कि किशोर कुमार अलंकरण समारोह में गायकी के क्षेत्र में बेहतर काम करने वाले लोगों को भी बुला कर सम्मानित किया जाए । वन मंत्री विजय शाह गुरुवार रात्रि में किशोर कुमार के जन्मदिवस पर आयोजित संगीत प्रोग्राम में शामिल हुए थे इसी दौरान उन्होंने यह बात कही।
क्या है राष्ट्रीय किशोर कुमार सम्मान
राष्ट्रीय किशोर कुमार सम्मान मध्य प्रदेश शासन द्वारा हिन्दी सिनेमा के क्षेत्र में निर्देशन, अभिनय, पटकथा तथा गीत लेखन के क्षेत्र में विशिष्ट योगदान के लिए प्रदान किया जाता है। मध्य प्रदेश शासन के संस्कृति विभाग ने उत्कृष्टता और सृजन को राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित करने की अपनी सुप्रतिष्ठित परम्परा का अनुसरण करते हुए 'राष्ट्रीय किशोर कुमार सम्मान' देने की शुरुआत की है। गौरतलब है कि अब तक राष्ट्रीय किशोर कुमार सम्मान फ़िल्म जगत से जुड़े 22 लोगों को अलग अलग कैटेगरी के लिए मिल चुका है
इन्हें मिला है
ऋषिकेश मुखर्जी,नसीरूद्दीन शाह,गुलजार, कैफी आजमी, बीआर चोपड़ा, अमिताभ बच्चन, गोविंद नहलानी, जावेद अख्तर, श्याम बेनेगल, शत्रुध्न सिन्हा, मनोज कुमार, गुलशन बावरा, सई परांजपे और प्रियदर्शन वहीदा रहमान को ये पुरस्कार दिया जा चुका है। लेकिन अब तक इसमें गायन के लिए किसी को यह सम्मान नही मिला है।