Jabalpur. मेडिकल एजुकेशन के नियम कायदों को धता बताते हुए चल रहे नर्सिंग कॉलेजों को विश्वविद्यालय की संबद्धता देने के मामले में अब उन प्रोफेसरों को विश्वविद्यालय की ओर से नोटिस जारी हुए हैं, जिन्होंने संबंधित कॉलेजों के निरीक्षण किए थे। मेडिकल यूनिवर्सिटी ने ऐसे 3 प्रोफेसरों को नोटिस जारी कर 7 दिन में जवाब देने के लिए कहा है। इनमें डॉ देवेंद्र कुमार वर्मा, डॉ अंकित डायमंड और डॉ प्रतिभा सिंह ठाकुर के नाम शामिल हैं।
बता दें कि स्मिता कॉलेज ऑफ नर्सिंग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ देवेंद्र वर्मा को ज्ञानगंगा इंस्टीट्यूट ऑफ नर्सिंग साइंस सिवनी में बीएससी नर्सिंग पाठ्यक्रम की 80 सीट की संबद्धता देने के लिए गठित निरीक्षण टीम में सदस्य बनाया गया था। उनकी ओर से प्रस्तुत जांच प्रतिवेदन में दी गई जानकारी भ्रामक पाई गई।
इसी तरह क्रिश्चियन मेडिकल व ट्रेनिंग सेंटर दमोह के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ अंकित डायमंड को भी इसी कॉलेज की जांच प्रतिवेदन के मामले में नोटिस जारी किया गया है। वहीं इस टीम की तीसरी सदस्य स्कूल ऑफ नर्सिंग चिकित्सा महाविद्यालय की डॉ प्रतिभा सिंह को भी नोटिस जारी किया गया है।
मेडिकल साइंस विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार डॉ प्रभात बुधौलिया ने बताया कि नर्सिंग के जिन कॉलेजों में गड़बड़ियां मिली है, संबद्धता के लिए उनकी जांच कर प्रतिवेदन प्रस्तुत करने वाले प्रोफेसरों को नोटिस जारी कर जवाब मांगा जा रहा है। जवाब आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
बता दें कि हाईकोर्ट में नर्सिंग कॉलेजों की मान्यता के फर्जीवाड़े को लेकर लॉ स्टूडेंट्स एसोसिएशन के विशाल बघेल ने याचिका दायर की थी। जिस पर सुनवाई करते हुए अदालत ने नर्सिंग काउंसिल को सख्त निर्देश दिए थे। इससे पहले बड़ी तादाद में ऐसे नर्सिंग कॉलेजों की मान्यता रद्द कर दी गई है। वहीं अब ऐसे कॉलेजों को मान्यता दिलाने में सांठगांठ करने वाले प्रोफेसरों पर भी कार्रवाई की गाज गिर सकती है।