Gwalior. लंबे समय से हाशिए पर चल रहे पूर्व प्रधानमंत्री स्वः अटल विहारी वाजपेयी(Atal Vihari Vajpayee) के भांजे और अनेक बार मंत्री रहे अनूप मिश्रा(Anoop Mishra) ने आगामी विधानसभा चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। उन्होंने मीडिया के सामने ही घोषणा कर सबको चौंका दिया है। ये कथन चौंकाने वाला इसलिए है क्योंकि अभी तक पार्टी ने कहीं से किसी के नाम का ऐलान नहीं किया है इसलिए उनके इस बयान को पार्टी को धमकी देने जैसा माना जा रहा है।
जो कहता हूं वह करता हूं
इस बयान में उन्होंने कहा मैने कहा था 2023 का विधानसभा चुनाव लड़ूंगा। मैं अपनी बात पर अडिग रहता हूं । अब तक जो कहा है वह किया है।
पूर्व मंत्री अनूप मिश्रा ने ठोकी ताल, कहा-अगला विधानसभा चुनाव जरुर लड़ुंगा, जो कहता हूं, वो करता हूं। @ChouhanShivraj @vdsharmabjp @JM_Scindia @BJP4MP @LsbaheraYadav pic.twitter.com/gahLYsHSYK
— TheSootr (@TheSootr) June 1, 2022
धमकी या चेतावनी
अनूप मिश्रा के इस बयान पर हालांकि भाजपा में अंदरखाने हलचल है लेकिन कोई भी मीडिया में मुंह खोलने को तैयार नहीं है। मिश्रा का यह बयान धमकी और चेतावनी दोंनो की तरह माना जा रहा है क्योंकि पिछला विधानसभा चुनाव भितरवार से हारने के बाद से पार्टी ने उन्हें हाशिये पर डाल रखा है । सत्ता या संगठन में उन्हें कोई स्थान नहीं दिया जा रहा है। भितरवार सीट पर भाजपा के मीडिया प्रभारी लोकेंद्र पाराशर की सक्रियता से उनकी दावेदारी प्रबल हो रही है।
दिग्गज नेता रहे है अनूप
अनूप मिश्रा भाजपा में दिग्गज नेता रहे हैं। अटल विहारी के समय न केवल भाजपा बल्कि अन्य दलों तक में उनका दबदबा था। वे जहां से चाहते थे वहां से टिकट पाते थे । वे भितरवार (गिर्द), ग्वालियर दक्षिण और ग्वालियर पूर्व से विधायक रहने के साथ उमा भारती, बाबूलाल गौर और शिवराज सिंह सभी के मंत्रिमंडल का हिस्सा रहे बाद में जब केंद्रीय मंत्री नरेंद्र तोमर मुरैना छोड़कर लोकसभा चुनाव लड़ने ग्वालियर आये तो उनकी खाली की गई सीट अनूप मिश्रा को दे दी गई। उन्होंने वहां से शानदार जीत हासिल की और लोकसभा सदस्य बन गए। लेकिन उन्हें संसद की राजनीति में मजा नहीं आया तो 2018 में विधानसभा के लिए ताल ठोंक दी । पार्टी ने उन्हें भितरवार सीट से टिकट भी दे दिया, लेकिन वे हार गए। इसी हार के साथ उनके सितारों की सियासत में गर्दिश में यात्रा शुरू हो गई।