भोपाल. जीतू पटवारी (jeetu patwari) ने कहा कि शिवराज सिंह (Shivraj Singh) रोज बयान दे रहे हैं कि यदि 90 प्रतिशत फसलें खराब हों तो उसे 100 प्रतिशत माना जाएगा। पटवारी ने शाजापुर के किसान की स्थिति बताते हुए आंकड़े प्रस्तुत किए जिसमें किसान को 22 हजार रुपये प्रीमियम के बदले सिर्फ 24 हजार की दावा राशि ही मिली। जबकि 2 लाख 57 हजार की स्वीकृति का मैसेज किसान को मिला था। सरकार लगातार बीमा कंपनियों की दलाली करके आपको और हमारा पेसा बीमा कंपनियों को देकर बीमा कंपनियों (Insurance companies) को लाभ पहुंचा रही है। बीमा की राशि का प्रीमियम ज्यादा लिया गया और मुआवजे (Compensation) की राशि कम दी गई। पटवारी ने कहा कि सरकार इस मामले की जांच कराए।
बीमा कंपनियां के लिए ये कहा: पटवारी ने कहा कि केंद्र सरकार के कृषि को लेकर संसद की एक रिपोर्ट आई, जिसमें मप्र में मुआवजे में गड़बड़ियां सामने आई है। जिसमें साफ लिखा है कि किसान कंगाल, बीमा कंपनियां मालामाल। इसमें लगभग 30 प्रतिशत मुनाफा बीमा कंपनियों को मिला।
रोजगार पर घेरा: पटवारी ने कहा कि सरकारी नौकरियों के बड़ी संख्या में पद पुलिस विभाग समेत अन्य विभागों में खाली है। शिवराज सरकार ने इसको लेकर कुछ नहीं किया। वे रोजगार को लेकर रोज बयान बदलते रहते हैं। वे कहते हैं कि एक महीने में एक लाख रोजगार देंगे। वे बताएं कि एक साल में 1 हजार रोजगार भी अगर युवाओं को दिए हों। शिवराज सरकार में रोजगार की जगह युवाओं को सिर्फ भाषण मिला।